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पाकिस्तान फायरिंग नहीं, अलग-अलग कारणों से शहीद हुए ये जवान: जानिए पांच जवानों की शहादत की सच्चाई

पाकिस्तान फायरिंग नहीं, अलग-अलग कारणों से शहीद हुए ये जवान: जानिए पांच जवानों की शहादत की सच्चाई

हाल ही में सोशल मीडिया पर कुछ वायरल पोस्टों में यह दावा किया गया कि जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिंग में भारतीय सेना के पांच जवान शहीद हो गए हैं। इन पोस्टों में इन जवानों की तस्वीरें भी साझा की गईं, जिससे कई लोगों को यह भ्रम हुआ कि सभी की शहादत एक ही घटना में हुई है। लेकिन सच्चाई इससे अलग और कहीं अधिक गंभीर है, क्योंकि यह मामला भारत की सैन्य प्रतिष्ठा और शहीदों के सम्मान से जुड़ा हुआ है।

केवल एक जवान की शहादत पाकिस्तानी गोलीबारी में
इस जानकारी की पुष्टि हो चुकी है कि पलवल (हरियाणा) के सैनिक दिनेश कुमार शर्मा पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिंग में शहीद हुए हैं। वे अपने क्षेत्र की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए और उनकी शहादत को संपूर्ण राष्ट्र नमन करता है।

बाकी चार जवान अलग-अलग घटनाओं में शहीद हुए

  1. शहीद अमित सांगवान – सैन्य वाहन दुर्घटना में शहादत
    हरियाणा के सारंगपुर गांव के निवासी अमित सांगवान की शहादत जम्मू-कश्मीर के रामबन क्षेत्र में एक सैन्य वाहन दुर्घटना में हुई। राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें हजारों ग्रामीणों और प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया।
  2. शहीद सचिन वनंजे – गहरी खाई में सैन्य वाहन गिरने से शहीद
    महाराष्ट्र के नांदेड जिले के जवान सचिन वनंजे, जो 2017 से भारतीय सेना में सेवारत थे, श्रीनगर में 8000 फीट गहरी खाई में वाहन गिरने से शहीद हुए। वे अपने पीछे पत्नी और आठ महीने की बेटी छोड़ गए हैं।
  3. हवलदार सूरज सिंह यादव – तंगधार सेक्टर में वाहन हादसे में वीरगति
    उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के सूरज सिंह यादव, जो 2009 से सेना में थे, तंगधार सेक्टर में पोस्ट बदलते समय वाहन के खाई में गिरने से शहीद हुए। वे अपने पीछे पत्नी, बेटी और बेटे को छोड़ गए हैं।
  4. वायुसेना के जवान कमल कम्बोज – सड़क हादसे में शहीद
    हरियाणा के लोहारी राघो गांव निवासी कमल कम्बोज की शहादत ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ड्यूटी पर लौटते समय सड़क हादसे में हुई। एक तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी।

सोशल मीडिया पर फैलाई गई गलत जानकारी
इन पांचों वीरों की तस्वीरों को एक साथ जोड़कर, कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यह अफवाह फैलाई गई कि वे सभी पाकिस्तानी गोलीबारी में शहीद हुए हैं। यह भ्रामक सूचना न केवल असत्य है बल्कि शहीदों की वास्तविक शहादत और उनके परिवारों के प्रति भी अन्यायपूर्ण है।

जिम्मेदारी का समय: अफवाहों से बचें, सच साझा करें
देशवासियों से अपील है कि शहीदों के सम्मान को ध्यान में रखते हुए किसी भी अपूर्ण, भ्रामक या संवेदनशील जानकारी को बिना सत्यापन के साझा न करें। देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीरों की सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि उनके बलिदान की जानकारी सही रूप में लोगों तक पहुंचे।

राष्ट्रीय श्रद्धांजलि
देश इन पांचों वीर जवानों को नमन करता है, जिन्होंने अलग-अलग परिस्थितियों में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।
“शहीद अमर रहें!”

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