भरमौर (चंबा), 9 अप्रैल: हिमाचल प्रदेश के भरमौर उपमंडल में स्थित प्रसिद्ध केलंग मंदिर के कपाट बैसाखी के दिन, 13 अप्रैल को श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। इस पावन अवसर पर अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी भरमौर कुलबीर सिंह राणा की अध्यक्षता में लघु सचिवालय पट्टी में एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें मंदिर समारोह को लेकर तैयारियों की समीक्षा की गई।
सड़क, पैदल रास्ता और बैठने की व्यवस्था होगी दुरुस्त
एडीएम कुलबीर सिंह राणा ने लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया कि हड़सर से कुगति तक सड़क मार्ग और कुगति से केलंग मंदिर तक पैदल रास्ते की मरम्मत शीघ्र पूरी की जाए। साथ ही रास्ते में चूना लगाने और यात्रियों के लिए बैठने हेतु बेंचों की व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा गया।
बिजली, पानी और शौचालय व्यवस्था पर विशेष जोर
उन्होंने विद्युत विभाग को निर्देश दिए कि कुगति गांव और केलंग मंदिर परिसर में समारोह के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा जल शक्ति विभाग को पेयजल और शौचालयों में पानी की उपलब्धता के साथ-साथ शौचालयों को नियमित रूप से सुचारू रूप से संचालित करने के निर्देश दिए गए।
कानून व्यवस्था और नशीले पदार्थों पर सख्ती
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि 12 और 13 अप्रैल को कुगति बस स्टैंड, गांव और मंदिर परिसर में पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जाएगी ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे। साथ ही, मंदिर परिसर में नशीले पदार्थ ले जाने या सेवन करने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। चैकिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान
खंड विकास अधिकारी, पंचायत प्रधान कुगति और मंदिर कमेटी को शौचालयों और मंदिर परिसर की विशेष सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। सभी विभागों को जिम्मेदारी सौंपते हुए एडीएम ने स्पष्ट किया कि किसी भी श्रद्धालु को कोई असुविधा न हो, इसके लिए सारी व्यवस्थाएं समय रहते पूरी कर ली जाएं।
श्रद्धालुओं से रात्रि यात्रा से बचने की अपील
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे 13 अप्रैल को सुबह के समय ही केलंग मंदिर के लिए प्रस्थान करें। 12 अप्रैल की रात को मंदिर की ओर यात्रा से बचने की सलाह दी गई है। इसी रात कुगति गांव में पारंपरिक ‘नुवाले’ कार्यक्रम का भी आयोजन होगा, जिसमें सभी श्रद्धालुओं से शामिल होने की अपील की गई है।
भविष्य में पर्यटन के रूप में विकास की योजना
एडीएम राणा ने यह भी कहा कि भविष्य में इस आयोजन को पर्यटकों के लिए एक प्रमुख धार्मिक एवं सांस्कृतिक आकर्षण के रूप में विकसित किया जाएगा और इस दिशा में प्रयास आरंभ किए जा चुके हैं।
बैठक में रहे ये अधिकारी उपस्थित
इस महत्वपूर्ण बैठक में तहसीलदार भरमौर तेजराम, ग्राम पंचायत प्रधान कुगति अनु शर्मा, लोक निर्माण, विद्युत और जल शक्ति विभाग के अधिकारी, कार्तिक सेवा दल भरमौर के प्रतिनिधि मिलाप सिंह पटियाल, पवन, तिलक शर्मा, राजू, पंकज सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।