कांगड़ा रेलवे स्टेशन पर नींबू पानी पीते ही बेहोश हुए चार श्रद्धालु, लूट की आशंका

कांगड़ा रेलवे स्टेशन पर नींबू पानी पीते ही बेहोश हुए चार श्रद्धालु, लूट की आशंका

कांगड़ा (रोज़ाना24 ब्यूरो): हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित नूरपुर रोड रेलवे स्टेशन पर उस समय हड़कंप मच गया, जब चार श्रद्धालु बेसुध हालत में रेलवे स्टेशन के बाहर पाए गए। ये सभी श्रद्धालु उत्तर प्रदेश से वैष्णो देवी और माता ब्रजेश्वरी मंदिर के दर्शन कर लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि एक अनजान व्यक्ति द्वारा पिलाए गए नींबू पानी के बाद सभी की हालत बिगड़ गई और वे अचेत हो गए।

रेलवे स्टेशन पर बेसुध मिले श्रद्धालु

घटना रामनवमी के दिन की है, जब श्रद्धालु माता ब्रजेश्वरी के दर्शन करने के बाद वापसी की राह में थे। रात करीब 8 बजे वे नूरपुर रोड रेलवे स्टेशन पहुंचे और वहीं एक अजनबी ने उन्हें नींबू पानी पिलाया। पीते ही चारों श्रद्धालु अपनी सुध-बुध खो बैठे और बेहोश हो गए।

स्थानीय दुकानदारों और राहगीरों ने जब इन्हें इस अवस्था में देखा, तो रेलवे पुलिस को तुरंत सूचित किया गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को नूरपुर अस्पताल पहुंचाया, जहां फिलहाल इनका इलाज चल रहा है।

श्रद्धालुओं की पहचान और बयान

पुलिस द्वारा दर्ज किए गए बयान के अनुसार, बेहोश हुए श्रद्धालुओं की पहचान निम्न रूप से हुई है:

  • मनोज कुमार (35 वर्ष), पुत्र लज्जा राम, निवासी रघुनंदनपुर, फर्रुखाबाद, यूपी
  • राधा (30 वर्ष), पत्नी मनोज कुमार, निवासी रघुनंदनपुर, यूपी
  • सुधा (23 वर्ष), पत्नी राज कुमार, निवासी भोगवां, मनीपुर, यूपी
  • राम सखी (45 वर्ष), पत्नी श्रीपाल, निवासी रघुनंदनपुर, यूपी

इन सभी ने बताया कि वे वैष्णो देवी के दर्शन के बाद कांगड़ा स्थित ब्रजेश्वरी देवी मंदिर पहुंचे थे। दर्शन के बाद वे पठानकोट रेलवे स्टेशन से यूपी लौटने वाले थे, और वापसी के दौरान नूरपुर रोड रेलवे स्टेशन पर उनके साथ यह घटना घटी।

लूट की आशंका, सामान गायब

पीड़ितों ने यह भी बताया कि नींबू पानी पीने के बाद वे बेहोश हो गए और जब होश आया, तो उनका सारा सामान भी गायब था। इससे स्पष्ट है कि यह कोई सुनियोजित लूट की घटना हो सकती है। पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और रेलवे स्टेशन के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं

अस्पताल में उपचाराधीन, खतरे से बाहर

नूरपुर अस्पताल के डॉक्टर अपूर्व ने बताया कि चारों श्रद्धालुओं को सुबह 9 बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था और अब वे खतरे से बाहर हैं। उनके ब्लड सैंपल लिए गए हैं, जिससे यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उन्हें किस प्रकार की बेहोशी की दवा दी गई थी। डॉक्टर ने यह भी कहा कि रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट होगी।