चम्बा -: लोनिवि धीमी गति से कार्य करने के लिए कुख्यात है.लेकिन काम की गुणवत्ता के मामले में यह विभाग खंड विकास,वन विभाग,सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग से काफी बेहतर माना जाता है.लेकिन इस खबर की तस्वीरों को देखकर लगता है कि शायद विभागीय अधिकारियों ने भी ठेकेदारों व काम से समझौता करना सीख लिया है.ग्रीमा मच्छैतर सड़क मार्ग की चौड़ाई का कार्य वैसे तो कई वर्षों से चल रहा है लेकिन नये अधिशाषी अभियंता ने ठेकेदारों को कार्य जल्द पूरे करने के निर्देश दे रखे हैं इसलिए सड़क मार्ग पर कार्य तो धड़ाधड़ चल रहे हैं.इस सड़क के लिए ग्रीमा गांव नाई जा रही सुरक्षा दीवार इकहरे पत्थर की चिनाई करके बनाई जा रही हैं.बरसात के दौरान अगर थोड़ा सी भी मिट्टी जिसकी तो पूरी दीवार भरभरा कर गिर सकती है.
गौरतलब है कि काम की गुणवत्ता देखने के लिए विभाग ने सहायक अभियंता को मनोनीत कर रखा है लेकिन अधिकारियों की इन कामों पर नजर क्यों नहीं पड़ रही यह प्रश्न लोगों ने जरूर उठाना शुरू कर दिया है.क्षेत्र के लोगों की का कहना है कि विभागीय अधिकारी ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए काम की गुणवत्ता से समझौता कर रहे हैं.इस प्रकार के घटिया स्तर के कार्यों के के कारण सड़क मार्ग बार बार बंद हो जाते हैं.जिस पर सरकार को मुरम्मत के लिए फिर से बेवजह धन खर्च करना पड़ता है.लोगों ने मांग की है कि ग्रीमा के पास किए जा रहे ऐसे कार्यों की जांच कर इन्हें विभागीय अनुबंध के मानकों के अनुरूप बनवाया जाए.या तो ठेकेदार कार्य मानकों के अनुसार नहीं कर रहे या फिर मानक ही हल्के स्तर के रखे गए हैं.ठेकेदार को तो शायद इस बात से कोई सरोकार नहीं कि उसके द्वारा करवाया जा रहा कार्य कितने समय तक टिका रहेगा,उसे तो बस इस बात से मतलब है कि बिल पास होने तक डंगा सलामत रहे.
इस संदर्भ में सहायक अभियंता गरोला सुरिंदर धीमान से कई बार पूछने पर भी उन्होंने कोई जबाव नहीं दिया.वैसे तो सुनने में तो यह भी आया है कि आजकल लोनिवि भरमौर मंडल में कड़क एक्सईन साब(अधिशाषी अभियंता)आए हैं.जो काम को तीव्रता के करवाने व काम की गुणवत्ता पर भी ध्यान दे रहे हैं लेकिन इस संदर्भ में उनका ध्यान शायद अभी नहीं गया.