पेड़ों से जमीन छीनने का हक कितना वैध ?

पेड़ों से छीनी जा रही जमीन,अवैध खनन या अनुमति अवैध ?

चम्बा -: पेड़ों की जड़ों से जमीन खोद खोद कर,निर्माणाधीनविद्युत परियोजनाओं का होली घाटी में प्रकृति पर कहर जारी है. भरमौर उपमंडल में दो दर्जन से अधिक विद्युत परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं.जहां से विभिन्न प्रकार की अनियमताओं की शिकायतें लोग सरकार प्रशासन के समक्ष उठाते रहते हैं.जिनमें से खनन भी एक है ऐसी शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी भरमौर पृथी पाल सिंह ने होली घाटी में औचक निरीक्षण किया. अतिरिक्त जिला दण्ड अधिकारी ने अपने निरीक्षण के दौरान होली क्षेत्र में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की जमीनी का भी जायजा लिया.होली बजोली विद्युत परियोजना द्वारा किए जा रहे कथित अवैध खनन कार्य का मौके पर जाकर मुआयना कर कम्पनी प्रबन्धन को उक्त स्थान पर हो रहे खनन का अनुमति पत्र मांगा लेकिन अधिकारी यह अनुमति पत्र नहीं दिखा पाए जिस पर उन्हे दो दिन में यह अनुमति प्रस्तुत करने के आदेश दिए गए.सूचना थी कि होली के लाके वाली माता के पास अवैध खनन हो रहा है जिसके कारण वन सम्पदा व वन भूमि को भारी नुक्सान हो रहा है.कम्पनी अधिकारियों का कहना था कि वे अनुमति से ही खनन कर रहे हैं.खनन के कारण वहां जंगल भूसंख्लन की जद में आ गया है.गौरतलब है कि किसी भी सरकारी व गैर सरकारी विकास कार्य मसलन,निर्माण,खनन,डम्पिंग साईट आदि कार्यों को दर्शाने के लिए वहां साईनबोर्ड लगाने का प्रावधान है जिसमें सरकार की अनुमति पत्र की संख्या,समय,भूक्षेत्र परिमाप आदि दिखाना अनिवार्य है. लेकिन इसकी पालना मात्र सरकारी निर्माण कार्यों तक ही सीमित है जबकि विद्युत परियोजना निर्माण करवाने वाली कम्पनियां तो प्रशासन तक की आँखों में धूल से गुरेज नहीं करतीं.खनन स्थल पर ऐसा कोई साईन बोर्ड न लगा होने के कारण प्रशासन की कार्यवाही प्रभावित हुई हर कम्पनी प्रबंधन को जानकारी मुहैया करवाने का समय देना पड़ा. कम्पनी के सूत्रों का कहना है कि कम्पनी प्रबंधन स्थानीय प्रभाव वाले ठेकेदारों को हथियार बनाकर लाकेवाली माता क्षेत्र में अवैध खनन कर वन सम्पदा का नाश कर रही है.उक्त स्थान पर काफी अर्से से खनन जारी है. अतिरिक्त जिलादण्डाधिकारी के साथ वन मंडल अधिकारी सन्नी वर्मा,नायब तहसीलदार सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद थे.उन्होंने कहा कि उक्त स्थान पर अगर खनन की अनुमति दिया जाना भी जांच का विषय है क्योंकि यहां खनन के कारण वन भूूमि पर भूसंख्लन का खतरा बढ़ गया है.इस बारे में खनन विभाग से भी बातचीत की जाएगी.उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के अवैध कार्यों को स्वीकार नहीं किया जाएगा.उन्होंने कहा कि कम्पनी प्रबंधन को खनन के लिए अनुमति पत्र प्रस्तुत करने के आदेश दिए गए हैं.जांंच के बाद उचित कार्यवाही की जाएगी.