चम्बा -: विधायक ने निकाला पंद्रह लाख रुपये की दवाई खरीद का घोटाला !
आज परियोजना सलाहकार समिति की बैठक क्षेत्र के विधायक जिया लाल की अध्यक्षता में हुई.चूंकि वे पहली बार व नये वित्त वर्ष की बैठक में भाग ले रहे थे इसलिए बैठक में मौजूद अधिकारी,कर्मचारी व समिति के गैर सरकारी सदस्य उनके निर्णयों व योजना तैयार करने की दूरदर्शिता जानने के लिए अपनी पारखी नजरें उन पर गढ़ाए थे.लेकिन जब बैठक शुरू हुई तो लगा कि बैठक के लिए अधिकारियों ने कम तो विधायक ने ज्यादा होमवर्क कर रखा था.विधायक ने बैठक में विकास कार्यों पर चर्चा करने के दौरान बिना लाग लपेट के भरमौर अस्पताल द्वारा बीते वर्ष के आय व्यय पर खंड चिकित्सा अधिकारी से प्रश्न पूछे तो विभागीय अधिकारी अपना पक्ष नहीं रख पाए.विधायक ने मनिमहेश यात्रा के दौरान यात्रियों के लिए मंगवायी पंद्रह लाख रुपये की दवाइयों का हिसाब मांगा तो विभागीय अधिकारी बैक पुट पर आ गए.जिस पर विधायक ने एडीएम पीपी सिंह को मामले की जांच के आदेश देते हुए कहा कि जांच जल्द पूरी कर रिपोर्ट उन्हें दी जाए ताकि घोटालेबाजों को सबक सिखाया जा सके.
गौरतलब है कि बीते वर्ष मणिमहेश यात्रा के दौरान प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मणिमहेश यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य लाभ के लिए करीब पंद्रह लाख रुपये की दवाइयों का स्टॉक मंगवाया था.विधायक का कहना है कि यह दवाइयां मणिमहेश यात्रियों को मिली ही नहीं तो कहां गायब हो गयीं ? जबकि पेमेंट भी कायदे से कर दी गई.
मामले की जांच करने वाले एडीएम पीपी सिंह ने कहा कि बैठक में उठे दवाई खरीद घोटाले के मामले में जांच कल से ही शुरू कर दी जाएगी.उन्होंने कहा कि मामले से जुड़े हर व्यक्ति व कम्पनी की प्रक्रिया को बारीकी से जांचा जाएगा.हो सकता है इससे पूर्व भी इस प्रकार के मामले हुए हों जिनकी कभी जांच न हुई हो.
वहीं इस संदर्भ में खंड विकास अधिकारी अश्वनी शर्मा का कहना है कि दवाई तो समय पर ही मंगवाई गई थी लेकिन दवाई यहां यात्रा पूरी होने के बाद पहुंची.जिसे यहां रोगियों में वितरित कर दिया गया.उन्होंने माना कि मामले में कुछ अनियमिताएं तो हैं.उन्होंने दवाई खरीद के लिए तत्कालीन चीफ फार्मासिस्ट को भी जिम्मेदार ठहराया.
अब इस कथित घोटाले की जांच में कौन कौन लपेटे में आता है यह तो जांच रिपोर्ट में सामने आ जाएगा लेकिन आरोपियों पर कार्यवाही भी होगी यह देखना ज्यादा दिलचस्प रहेगा.क्षेत्र के विधायक ने घोटाले की फाईल खोलकर लोगों की नजरों जगह जरूर बनाई है लेकिन इस कार्यवाही को अपने अंजाम तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी उन्ही पर रहेगी.