शिमला: हिमाचल प्रदेश पुलिस ने नशे में वाहन चलाने वालों पर सख्ती बढ़ाते हुए वर्ष 2024 में 13,165 चालान काटे हैं और 1,300 वाहन चालकों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा 3,391 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन के लिए क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) को भेजे गए हैं।
राज्य में सड़क सुरक्षा को मजबूत करने के लिए ट्रैफिक, टूरिस्ट और रेलवे (TTR) पुलिस मुख्यालय द्वारा 24/7 डेटा विश्लेषण किया जा रहा है। एआईजी टीटीआर विनोद कुमार ने बताया कि पुलिस द्वारा विभिन्न जिलों में लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।
किस जिले में कितने मामले सामने आए?
प्रदेशभर में अलग-अलग जिलों में नशे में वाहन चलाने के हजारों मामले पकड़े गए हैं। प्रमुख जिलों में किए गए ड्रंक एंड ड्राइव चालानों का विवरण इस प्रकार है:
- शिमला: 2078 चालान, 224 गिरफ्तार, 535 लाइसेंस निलंबन की सिफारिश
- मंडी: 1493 चालान, 268 गिरफ्तार, 397 लाइसेंस निलंबन
- कांगड़ा: 1273 चालान, 198 गिरफ्तार, 198 लाइसेंस निलंबन
- सोलन: 1376 चालान, 158 गिरफ्तार, 477 लाइसेंस निलंबन
- बद्दी: 1333 चालान, 98 गिरफ्तार, 150 लाइसेंस निलंबन
- बिलासपुर: 1128 चालान, 113 गिरफ्तार, 450 लाइसेंस निलंबन
- चंबा: 831 चालान, 116 गिरफ्तार, 365 लाइसेंस निलंबन
- कुल्लू: 8862 चालान, 36 गिरफ्तार, 106 लाइसेंस निलंबन
क्यों बढ़ी है सख्ती?
टीटीआर पुलिस के अनुसार, अधिकतर सड़क दुर्घटनाएं तेज रफ्तार और नशे में गाड़ी चलाने के कारण हो रही हैं। इसी वजह से पुलिस ने सभी जिलों में नाकेबंदी और सख्त चेकिंग अभियान तेज किए हैं।
क्या बोले पुलिस अधिकारी?
एआईजी विनोद कुमार ने कहा,
“हम हिमाचल में सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहे हैं। नशे में गाड़ी चलाने वाले अपनी जान के साथ-साथ दूसरों की जान भी खतरे में डालते हैं। सभी नागरिकों से अनुरोध है कि यातायात नियमों का पालन करें और सुरक्षित ड्राइविंग करें।”
हिमाचल सरकार और पुलिस विभाग रोड सेफ्टी को लेकर नए नियमों और कड़ी निगरानी की योजना बना रहे हैं। यदि नशे में गाड़ी चलाने के मामले इसी तरह बढ़ते रहे तो आने वाले समय में और सख्त कार्रवाई की जा सकती है।