शिमला, 24 मार्च: हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत नियामक आयोग द्वारा इस सप्ताह प्रदेश में नई बिजली दरों की घोषणा की जा सकती है। हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड (HPSEBL) ने बिजली दरों में 50 से 70 पैसे प्रति यूनिट बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है ताकि बोर्ड अपने वार्षिक खर्चों की भरपाई कर सके।
बिजली दरों में बढ़ोतरी की मांग क्यों?
राज्य बिजली बोर्ड ने आयोग के समक्ष याचिका दायर कर बिजली दरों में बढ़ोतरी की मांग की थी। इसके पीछे मुख्य कारण बढ़ते हुए संचालन खर्च, मेंटेनेंस और बिजली उत्पादन लागत बताए जा रहे हैं।
- बिजली बोर्ड का कहना है कि अगले वित्तीय वर्ष में होने वाले कुल खर्च को पूरा करने के लिए बिजली की दरें बढ़ानी जरूरी हैं।
- प्रस्ताव के अनुसार, 50 से 70 पैसे प्रति यूनिट तक बढ़ोतरी हो सकती है।
- यह वृद्धि घरेलू, वाणिज्यिक और औद्योगिक उपभोक्ताओं पर असर डालेगी।
उद्योगपतियों ने जताई आपत्ति, बढ़ोतरी न करने की मांग
याचिका पर विभिन्न पक्षों की सुनवाई के दौरान अधिकतर उद्योगपतियों और उपभोक्ता संगठनों ने बिजली दरों में वृद्धि का विरोध किया।
- औद्योगिक संगठनों का कहना है कि अगर बिजली दरें बढ़ीं, तो उत्पादन लागत बढ़ जाएगी और इससे प्रदेश के उद्योगों की प्रतिस्पर्धात्मकता प्रभावित होगी।
- घरेलू उपभोक्ता संगठनों ने भी दरों में बढ़ोतरी का विरोध किया और राज्य सरकार से सब्सिडी जारी रखने की मांग की।
बिजली टैरिफ को लेकर कब आएगा फैसला?
हर साल 31 मार्च को नए बिजली टैरिफ की घोषणा होती है, लेकिन इस बार 30 और 31 मार्च को अवकाश होने के कारण आयोग इस सप्ताह के अंत तक नई दरों की घोषणा कर सकता है।
अब सभी की नजर इस पर है कि राज्य विद्युत नियामक आयोग बिजली बोर्ड के प्रस्ताव को मंजूरी देता है या उपभोक्ताओं की आपत्तियों को ध्यान में रखते हुए संशोधित दरें जारी करता है।
प्रदेश के उपभोक्ताओं को क्या होगा असर?
- घरेलू उपभोक्ता: यदि वृद्धि को मंजूरी मिलती है, तो बिजली के बिलों में बढ़ोतरी होगी।
- व्यवसायी और व्यापारी: बिजली की बढ़ी हुई दरों का असर छोटे और मध्यम व्यापारियों पर भी पड़ सकता है।
- उद्योग क्षेत्र: औद्योगिक इकाइयों पर बिजली दरों की वृद्धि से उत्पादन लागत में इजाफा होगा, जिससे व्यवसाय प्रभावित हो सकते हैं।
आगे क्या?
अब देखना यह होगा कि राज्य विद्युत नियामक आयोग बिजली बोर्ड के प्रस्ताव को स्वीकार करता है या उपभोक्ताओं की राहत के लिए दरों में मामूली संशोधन करता है।