पालमपुर में हिमालयन थार (हिमालयन तहर) के अवैध शिकार का खुलासा, पांच आरोपी गिरफ्तार

पालमपुर में हिमालयन थार (हिमालयन तहर) के अवैध शिकार का खुलासा, पांच आरोपी गिरफ्तार

पालमपुरहिमाचल प्रदेश के पालमपुर क्षेत्र में वन्य प्राणी हिमालयन थार (हिमालयन तहर) के अवैध शिकार का सनसनीखेज मामला सामने आया है। वन विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें चार शिकारी और एक वाहन चालक शामिल है। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने पांच हिमालयन थार (हिमालयन तहर) का शिकार किया था और उनके शवों को एक वाहन में ले जाया जा रहा था।

वन विभाग की टीम को मिली बड़ी सफलता

यह मामला पालमपुर के समीपवर्ती जिया क्षेत्र का है। वन विभाग को पहले से ही इस क्षेत्र में अवैध शिकार की गुप्त सूचना मिल रही थी, जिसके चलते टीम लगातार नजर रखे हुए थी। शिवरात्रि के बाद से ही विभागीय टीम ने इस इलाके में नाका लगा रखा था।

मंगलवार को जब संदिग्ध वाहन धयाला रोड से गुजर रहा था, तो वन विभाग की टीम ने उसे रोककर तलाशी ली। जांच के दौरान वाहन में पांच हिमालयन थार (हिमालयन तहर) मृत अवस्था में पाए गए। इसके अलावा, वाहन से बंदूक, कारतूस और तेजधार हथियार भी बरामद हुए।

संरक्षित प्रजाति के शिकार का मामला, वन्यजीव संरक्षण कानून का उल्लंघन

गौरतलब है कि हिमालयन थार (हिमालयन तहर) वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के शेड्यूल-1 के अंतर्गत आता है, जिससे यह पूरी तरह संरक्षित प्रजाति है। इनका शिकार करना गैरकानूनी है और इसके लिए कठोर दंड का प्रावधान है।

वन विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई

वन मंडल अधिकारी डॉ. संजीव शर्मा ने बताया कि यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की गई। उन्होंने कहा,
“नाके के दौरान एक संदिग्ध वाहन को रोका गया, जिसमें पांच हिमालयन थार (हिमालयन तहर) के शव बरामद हुए। इसके अलावा, वाहन से बंदूकें, कारतूस और तेजधार हथियार भी मिले हैं। पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस को भी मामले की जानकारी दे दी गई है।

वन विभाग ने इस मामले में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस भी इस पूरे नेटवर्क की छानबीन कर रही है कि शिकार के पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं। स्थानीय प्रशासन ने इस तरह के अपराधों पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं।