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मंडी: पिता ने छीना मोबाइल, गुस्साई बेटी ने विक्टोरिया पुल से नदी में कूदकर दी जान

मंडी: पिता ने छीना मोबाइल, गुस्साई बेटी ने विक्टोरिया पुल से नदी में कूदकर दी जान

मंडीहिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में मोबाइल फोन के कारण हुए पारिवारिक विवाद के चलते एक छात्रा ने विक्टोरिया पुल से ब्यास नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा का शव पुल से करीब डेढ़ किलोमीटर नीचे नदी किनारे पड़ा मिला, जिसे एसडीआरएफ की टीम ने खोज निकाला। इस घटना से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है।

देर रात तक मोबाइल इस्तेमाल कर रही थी बेटी, पिता ने छीना फोन

प्राप्त जानकारी के अनुसार, छात्रा 11वीं कक्षा में नॉन-मेडिकल की पढ़ाई कर रही थी और इन दिनों परीक्षाएं चल रही थीं। रविवार देर रात उसके पिता ने देखा कि वह मोबाइल पर व्यस्त थी। इस पर उन्होंने गुस्से में आकर उसका मोबाइल छीन लिया और डांटकर अपने कमरे में चले गए

कुछ देर बाद जब पिता की नींद खुली, तो बेटी अपने कमरे में नहीं थी। घर का मुख्य गेट भी खुला था। बेटी को घर पर न पाकर परिजनों ने तुरंत उसकी तलाश शुरू की और सहेलियों से भी संपर्क किया, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला।

सीसीटीवी फुटेज में पुल पर दिखाई दी छात्रा, फिर हुई गायब

बेटी का पता लगाने के लिए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पता चला कि छात्रा रात करीब 1:30 बजे विक्टोरिया पुल पर पहुंची थी। फुटेज में यह भी दिखा कि दो युवक पुल पर उसके पास खड़े होकर उससे बात कर रहे थे, मानो वे उसे समझाने की कोशिश कर रहे हों।

इसी दौरान अचानक बिजली चली गई और 9 सेकंड की रिकॉर्डिंग गायब हो गई। इसके बाद के फुटेज में दोनों युवक भागते हुए नजर आए, लेकिन छात्रा पुल पर नहीं दिखी। इससे अंदेशा हुआ कि वह नदी में कूद गई और युवक डरकर वहां से भाग निकले

पुलिस खोजती रही पुल के पास, एसडीआरएफ को नदी किनारे मिला शव

घटना के बाद पुलिस ने दिनभर पुल और उसके आसपास छात्रा की तलाश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। जब एसडीआरएफ की टीम पहुंची, तो उन्होंने दो टीमें बनाकर तलाशी अभियान शुरू किया। एक टीम ने नदी के किनारे खोजबीन की, जहां शव बरामद हो गया

“काश मैं विक्टोरिया पुल पर जाता तो बेटी बच जाती” – रोते हुए बोले पिता

मृतक छात्रा के पिता केंद्र सरकार के एक विभाग में कार्यरत हैं और मंडी के समखेतर में किराये पर रहते हैं। बेटी भी उनके साथ रहकर पढ़ाई कर रही थी। पिता ने रोते हुए कहा, “मैं रातभर नए पुल तक उसे ढूंढता रहा, लेकिन विक्टोरिया पुल की तरफ नहीं गया। काश वहां चला जाता तो शायद बेटी को बचा सकता।”

पुलिस कर रही जांच, मोबाइल की लत बन रही घातक

पुलिस इस मामले में जांच कर रही है कि क्या छात्रा पर मोबाइल को लेकर अत्यधिक प्रतिबंध लगाया गया था, जिससे वह अवसाद में आ गई। यह घटना इस ओर भी इशारा करती है कि मोबाइल की लत किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रही है

मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि माता-पिता को बच्चों से संवाद बढ़ाना चाहिए और सख्ती के बजाय समझदारी से नियम लागू करने चाहिए। इस घटना ने समाज के लिए एक बड़ा संदेश छोड़ा है कि मोबाइल और मानसिक तनाव से निपटने के लिए सही मार्गदर्शन की जरूरत है

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