चंबा में आयुर्वेदिक चिकित्सकों की भारी कमी: आठ डॉक्टर वेतन तो चंबा से ले रहे, लेकिन सेवा दूसरे जिलों में दे रहे

चंबा में आयुर्वेदिक चिकित्सकों की भारी कमी: आठ डॉक्टर वेतन तो चंबा से ले रहे, लेकिन सेवा दूसरे जिलों में दे रहे

चंबा। आकांक्षी जिला चंबा में आयुर्वेदिक चिकित्सकों की गंभीर कमी बनी हुई है, जिससे स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। हालात यह हैं कि चंबा के आठ आयुर्वेदिक चिकित्सकों को सरकार ने प्रतिनियुक्ति पर अन्य जिलों में भेज रखा है। यह चिकित्सक वेतन चंबा से प्राप्त कर रहे हैं, लेकिन अपनी सेवाएं दूसरे जिलों के आयुर्वेदिक स्वास्थ्य संस्थानों में दे रहे हैं।

इस वजह से चंबा में आयुर्वेदिक चिकित्सकों की कमी पूरी नहीं हो पा रही, जबकि ग्रामीण इलाकों में आज भी कई लोग आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति से अपना इलाज कराते हैं। लेकिन, स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों की अनुपस्थिति के कारण वे इस सुविधा का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। सामान्यतः चिकित्सक को उसकी तैनाती के स्थान से ही वेतन मिलता है, लेकिन चंबा के इन आठ चिकित्सकों ने अपनी तैनाती के बाद अपनी सेवाएं राजनीतिक पहुंच का इस्तेमाल करते हुए गृह जिलों में दी हैं।

यह स्थिति चौंकाने वाली है, और हैरानी की बात यह है कि इस मुद्दे पर स्थानीय नेताओं और राजनीतिक दलों की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।

सरकार ने इन चिकित्सकों को प्रतिनियुक्ति पर भेजा था, लेकिन स्थानीय आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों की गंभीर कमी के कारण विभाग के लिए इन केंद्रों का संचालन मुश्किल हो गया है। जिले में पिछले कई वर्षों से 55 आयुर्वेदिक चिकित्सकों की कमी बनी हुई है, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं।

इसलिए सरकार को चाहिए कि वह चंबा में चिकित्सकों की नियुक्ति करे, न कि यहां से चिकित्सकों को दूसरे जिलों में भेजने का निर्णय ले। जिला आयुष अधिकारी सुरेंद्र सुमन ने बताया कि चंबा से आठ आयुर्वेदिक चिकित्सक विभिन्न जिलों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और इस चिकित्सक संकट से सरकार को अवगत कराया जा चुका है।