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कुल्लू में 400 से अधिक देवालयों के कपाट खुले, फाल्गुन संक्रांति पर हुआ देवी-देवताओं का आगमन

कुल्लू में 400 से अधिक देवालयों के कपाट खुले, फाल्गुन संक्रांति पर हुआ देवी-देवताओं का आगमन कुल्लू, 14 फरवरी – हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में बुधवार तड़के 4 बजे ब्रह्म मुहूर्त में देवी-देवताओं के स्वर्ग प्रवास से लौटते ही 400 से अधिक देवालयों के कपाट खोल दिए गए। इसके बाद दिनभर मंदिरों में विधिवत पूजा-अर्चना और देव कारज संपन्न होते रहे। देवी-देवताओं की भविष्यवाणी और चेतावनी मंदिरों के गर्भगृह खुलने के साथ ही देवी-देवताओं ने अपने गुरों (देव वाणी सुनाने वाले व्यक्तियों) के माध्यम से वर्षफल की भविष्यवाणी की। देवता मंगलेश्वर महादेव ने अपने गुर के माध्यम से लोगों को चेताया कि देव स्थलों से छेड़छाड़ न करें और सदियों से चले आ रहे देव नियमों का पालन करें। उन्होंने कहा कि यदि इन नियमों की अवहेलना की गई, तो आपदा का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन यदि नियमों का पालन किया जाए तो देवी-देवताओं की कृपा से सुरक्षा बनी रहेगी। मंदिरों में देव औजारों की पूजा और परंपरागत वाद्ययंत्रों की वापसी संक्रांति से एक दिन पहले तक मंदिरों में पुजारी केवल मंदिर के बाहर धूप जलाकर पूजा-अर्चना कर रहे थे। लेकिन अब, मंदिरों के गर्भगृह खुलने के साथ ही परंपरागत वाद्ययंत्रों को मंदिरों में वापस लाया गया और देव औजारों की भी विशेष पूजा की गई। कई स्थानों पर देवी-देवता विशेष भवनों में ठहरे हुए थे, जो अब अपने मूल स्थान पर लौट आए हैं। देव कारज का शुभारंभ और भविष्यणी का दौर जारी फाल्गुन संक्रांति के अवसर पर देवता भृगु ऋषि, देवी पटंती, देवता नारायण, देवी भागासिद्ध और देवता कार्तिक स्वामी सहित 400 से अधिक देवालयों के कपाट खोले गए। विभिन्न स्थानों पर देवी-देवताओं द्वारा भविष्यवाणी करने का क्रम शुरू हुआ, जो कुछ स्थानों पर 1-2 दिन, तो कुछ स्थानों पर 5 से 7 दिन तक जारी रहेगा। कंगना रनौत ने किए देवता कार्तिक स्वामी के दर्शन मंडी से सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने सिमसा गांव स्थित देवता कार्तिक स्वामी के मंदिर में माथा टेका। यह वही मंदिर है, जिसके बारे में कंगना ने हाल ही में कहा था कि उन्होंने अपने घर का नाम भी देवता कार्तिक स्वामी के नाम पर रखा है। आम श्रद्धालुओं में भी उत्साह मंदिरों के कपाट खुलते ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने देव दर्शन किए और पूजा-अर्चना की। स्थानीय निवासी देवलू मनोहर लाल, पुरुषोत्तम शर्मा, कपिल ठाकुर, देवेंद्र ठाकुर, अजय ठाकुर, संजीव शर्मा और कुलदीप सहित कई भक्तों ने मंदिरों में जाकर विशेष पूजा की और आशीर्वाद प्राप्त किया। अब आम दिनों की तरह मंदिरों में होंगे दर्शन जिला देवी-देवता कारदार संघ कुल्लू के अध्यक्ष दोत राम ठाकुर ने बताया कि फाल्गुन संक्रांति पर खोले गए कई मंदिर एक महीने से अधिक समय तक बंद थे, जबकि कुछ मंदिर दो महीने से अधिक समय बाद खुले हैं। अब श्रद्धालु सामान्य दिनों की तरह मंदिरों में जाकर दर्शन कर सकेंगे। इसके साथ ही देव कारज भी शुरू हो गए हैं, जिससे देवी-देवता और उनके पूजनीय औजार अब भक्तों के घरों में भी बुलावे पर जा सकेंगे।

कुल्लू, 14 फरवरीहिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में बुधवार तड़के 4 बजे ब्रह्म मुहूर्त में देवी-देवताओं के स्वर्ग प्रवास से लौटते ही 400 से अधिक देवालयों के कपाट खोल दिए गए। इसके बाद दिनभर मंदिरों में विधिवत पूजा-अर्चना और देव कारज संपन्न होते रहे

देवी-देवताओं की भविष्यवाणी और चेतावनी

मंदिरों के गर्भगृह खुलने के साथ ही देवी-देवताओं ने अपने गुरों (देव वाणी सुनाने वाले व्यक्तियों) के माध्यम से वर्षफल की भविष्यवाणी की। देवता मंगलेश्वर महादेव ने अपने गुर के माध्यम से लोगों को चेताया कि देव स्थलों से छेड़छाड़ न करें और सदियों से चले आ रहे देव नियमों का पालन करें। उन्होंने कहा कि यदि इन नियमों की अवहेलना की गई, तो आपदा का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन यदि नियमों का पालन किया जाए तो देवी-देवताओं की कृपा से सुरक्षा बनी रहेगी।

मंदिरों में देव औजारों की पूजा और परंपरागत वाद्ययंत्रों की वापसी

संक्रांति से एक दिन पहले तक मंदिरों में पुजारी केवल मंदिर के बाहर धूप जलाकर पूजा-अर्चना कर रहे थे। लेकिन अब, मंदिरों के गर्भगृह खुलने के साथ ही परंपरागत वाद्ययंत्रों को मंदिरों में वापस लाया गया और देव औजारों की भी विशेष पूजा की गई। कई स्थानों पर देवी-देवता विशेष भवनों में ठहरे हुए थे, जो अब अपने मूल स्थान पर लौट आए हैं।

देव कारज का शुभारंभ और भविष्यणी का दौर जारी

फाल्गुन संक्रांति के अवसर पर देवता भृगु ऋषि, देवी पटंती, देवता नारायण, देवी भागासिद्ध और देवता कार्तिक स्वामी सहित 400 से अधिक देवालयों के कपाट खोले गए। विभिन्न स्थानों पर देवी-देवताओं द्वारा भविष्यवाणी करने का क्रम शुरू हुआ, जो कुछ स्थानों पर 1-2 दिन, तो कुछ स्थानों पर 5 से 7 दिन तक जारी रहेगा

कंगना रनौत ने किए देवता कार्तिक स्वामी के दर्शन

मंडी से सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने सिमसा गांव स्थित देवता कार्तिक स्वामी के मंदिर में माथा टेका। यह वही मंदिर है, जिसके बारे में कंगना ने हाल ही में कहा था कि उन्होंने अपने घर का नाम भी देवता कार्तिक स्वामी के नाम पर रखा है

आम श्रद्धालुओं में भी उत्साह

मंदिरों के कपाट खुलते ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने देव दर्शन किए और पूजा-अर्चना की। कई भक्तों ने मंदिरों में जाकर विशेष पूजा की और आशीर्वाद प्राप्त किया

अब आम दिनों की तरह मंदिरों में होंगे दर्शन

जिला देवी-देवता कारदार संघ कुल्लू के अध्यक्ष दोत राम ठाकुर ने बताया कि फाल्गुन संक्रांति पर खोले गए कई मंदिर एक महीने से अधिक समय तक बंद थे, जबकि कुछ मंदिर दो महीने से अधिक समय बाद खुले हैं। अब श्रद्धालु सामान्य दिनों की तरह मंदिरों में जाकर दर्शन कर सकेंगे। इसके साथ ही देव कारज भी शुरू हो गए हैं, जिससे देवी-देवता और उनके पूजनीय औजार अब भक्तों के घरों में भी बुलावे पर जा सकेंगे

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