बिना प्रिंसीपल के बेसहारा हुआ महाविद्यालय भरमौर.

पहले प्रिंसिपल अब कार्यवाहक प्रिंसिपल भी गए महाविद्यालय भरमौर से.

पिछले तेरह वर्ष से अव्यवस्थाओं से जूझ रहे महाविद्यालय भरमौर में प्रधानाचार्य का पद पिछले एक वर्ष खाली पड़ा है.यही नहीं महाविद्यालय में राजनीति शास्त्र,अंग्रेजी जैसे महत्वपूर्ण विषय के प् वक्ता ओं के पद खाली होने के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई खराब हो रही है.

महाविद्यालय में शैक्षणिक विभाग में सोलह पद स्वीकृत हैं लेकिन अभी भी नौ पद खाली चल रहे हैं.गैर शिक्षक व तकनीकी वर्ग में सत्रह पदों में से आठ पद खाली पड़े हैं.इन खाली पड़े पदों के कारण छात्र छात्राओं की पढ़ाई तो बाधित हो ही रही है.यहां तैनात कर्मचारियों पर भी अतिरिक्त कार्यबोझ पड़ रहा है जिससे इनकी कार्य क्षमता प्रभावित हो रही है.

गौरतलब है कि महाविद्यालय के प्रधानाचार्य का तबादला बीते वर्ष मई माह में हो गया था तब से महाविद्यालय मे अंग्रेजी विषय की प्रवक्ता सीमा औहरी प्रधानाचार्य का पद भार सम्भाल रही थीं.लेकिन सोलह अप्रैल को उनका तबादला होने के बाद महाविद्यालय में प्रधानाचार्य की कुर्सी के साथ साथ अंग्रेजी प्रवक्ता का पद भी खाली हो गया है.

महाविद्यालय के प्रवक्ता बालक राम ठाकुर का कहना है कि प्रवक्ताओं के पद खाली होने से बच्चों की पढ़ाई सीधे तौर पर प्रभावित होती है.वहीं प्रधानाचार्य का पद खाली होने के कारण अब डीडीओ की के कार्य भी अटक गए हैं.इसलिए सरकार को जल्द ही इस महाविद्यालय में खाली पड़े पदों को भरना चाहिए.