22 साल की निशा सोनी, हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के जोगिंद्रनगर की रहने वाली थी। वह चंडीगढ़ में एयर होस्टेस बनने की ट्रेनिंग कर रही थी। निशा का सपना था कि वह अपने परिवार का नाम रोशन करे, लेकिन मोहाली पुलिस के एक कांस्टेबल के धोखे और अपराध ने उसकी जिंदगी खत्म कर दी।
कैसे हुई युवराज से दोस्ती और धोखा
निशा की दोस्ती मोहाली पुलिस के कॉन्स्टेबल युवराज सिंह से कुछ महीने पहले हुई थी। युवराज ने खुद को कुंवारा बताकर निशा से शादी का वादा किया। लेकिन सच्चाई यह थी कि वह पहले से शादीशुदा था और उसका एक बेटा भी था। युवराज की पत्नी इस समय ऑस्ट्रेलिया में है।
20 जनवरी: हत्या से पहले की घटनाएं
20 जनवरी को निशा चंडीगढ़ लौटी थी। उसी दिन युवराज ने उसे फोन कर मिलने के लिए बुलाया। वह उसे धमकी दे रहा था कि यदि वह मिलने से इनकार करती है, तो वह उसके “वीडियो वायरल” कर देगा। शाम को निशा खरड़ पहुंची, जहां युवराज ने उसे अपनी कार में बैठा लिया। इसके बाद निशा का फोन बंद हो गया।
भाखड़ा नहर में धक्का देकर हत्या
पुलिस जांच में पता चला कि युवराज ने निशा को रोपड़ के पथरेड़ी गांव के पास भाखड़ा नहर में धक्का दे दिया। 22 जनवरी को निशा का शव पटियाला से बरामद किया गया। शव नग्न अवस्था में था, जिससे मामला और भी गंभीर हो गया।
युवराज का झूठ और हत्या की वजह
युवराज ने निशा को झूठे वादों और धमकियों के जरिए बहकाया। जब उसे डर हुआ कि उसका झूठ पकड़ा जाएगा और उसकी पत्नी ऑस्ट्रेलिया से वापस लौटने वाली है, तो उसने निशा की हत्या कर दी।
पुलिस की कार्रवाई
निशा की बहन रितु ने पुलिस को बताया कि युवराज निशा को लगातार धमकियां देता था। रितु ने कहा कि युवराज ने निशा को वीडियो वायरल करने की धमकी देकर मिलने बुलाया था। पुलिस ने युवराज सिंह को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है।
मृतका के परिवार की स्थिति
निशा तीन बहनों में सबसे छोटी थी। परिवार ने उसे बेहतर भविष्य के लिए चंडीगढ़ भेजा था। निशा के परिवार ने उम्मीद की थी कि वह अपनी मेहनत से एयर होस्टेस बनकर नाम कमाएगी, लेकिन युवराज के धोखे और अपराध ने उनकी उम्मीदें तोड़ दीं।
जांच जारी
पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य साक्ष्यों के आधार पर युवराज के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, आरोपी हिरासत में है और पुलिस जल्द ही मामले की चार्जशीट दाखिल करेगी।
लंबे समय तक याद रखा जाएगा यह मामला
यह दुखद घटना युवाओं को सिखाती है कि किसी पर आंख मूंदकर भरोसा करना कितना खतरनाक हो सकता है। निशा का परिवार और पूरा हिमाचल न्याय की उम्मीद में है।