गर्म पानी के चश्मों के बाद होली के त्रिवेणी घाट की शामत !

चम्बा -: त्रिवेणी घाट को बचाने के लिए होली घाटी के लोगों ने मुख्य मंत्री को भेजा ज्ञापन.

भरमौर उपमंडल में इस समया दो दर्जन से अधिक जलविद्युत परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं.और ज्यादातर परियोजनाएं होली घाटी के नदी नालों पर ही प्रस्तावित हैं.इनमें से एक लघु जलविद्युत परियोजना का निर्माण ग्राम पंचायत कुठेड़ में शुरू होने वाला है.जिस नाले पर इस परियोजना का निर्माण होगा उस नाले का पानी होली के पास त्रिवेणी घाट नामक स्थान पर एक झरने के रूप मैं पहुंचता है.यह स्थान अत्यंत ही दर्शनीय स्थल होने के साथ साथ लोगों की आस्था से भी जुड़ा है.क्षेत्र के लोग हरिद्वार के बजाए इस स्थान पर अस्थि विसर्जन करते हैं.चूंकि अब इस स्थान पर विद्युत परियोजना का निर्माण कार्य प्रस्तावित है तो लोगों को इस बात का भी एहसास होने लगा है कि परियोजना के निर्माण के दौरान इस पवित्र एवं दर्शनीय स्थल को तहस नहस कर दिया जाएगा.क्षेत्र के एक प्रतिनिधि मंडल ने उपमंडलाधिकारी भरमौर पृथीपाल से मिलकर इस परियोजना का स्थान बदलने की मांग की व एक ज्ञापन मुख्यमंत्री हि प्र को भी प्रेषित किया.प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों नवीन कुमार,जयराम,प्रकाश चंद,राकेश कुमार,पवन कुमार,किशोरी लाल आदि ने कहा कि क्षेत्र में बे हिसाब विद्युत परियोजनाओं को स्वीकृति देकर यहां के पर्यावरण,प्रकृति,शानदार झरनों व आस्था के प्रतीकों को बहुत नुक्सान हो रहा है.उन्होंने कहा कि जीएमआर के तहत निर्माणाधीन विद्युत परियोजना अंदरला ग्रां नामक स्थान के गर्म पानी के चश्मों को खा गई है तो अब एक अन्य कम्पनी त्रिवेणी घाट को नेस्तानाबुद करने की तैयारी में है,ऐसे में अगर सरकार व प्रशासन ने समय रहते कोई उचित कदम न उठाए तो आने वाली पीढ़ियों के लिए भरमौर होली घाटियों सूखे झरने व बंजर जमीन ही विरासत मैं मिलेगी और तब इस गलती को सुधारा नहीं जा सकेगा.