मणिमहेश यात्रा के दौरान बीमार यात्रियों की मदद के लिए NDRF टीम का सराहनीय योगदान

मणिमहेश यात्रा के दौरान बीमार यात्रियों की मदद के लिए NDRF टीम का सराहनीय योगदान

मणिमहेश कैलाश यात्रा, जो हर वर्ष लाखों श्रद्धालुओं को चंबा जिले के भरमौर में स्थित मणिमहेश झील की ओर आकर्षित करती है, इस बार भी कई चुनौतियों से भरी रही। हिमाचल प्रदेश की कठिन और ऊंचाई वाली पहाड़ियों में स्थित यह धार्मिक यात्रा श्रद्धालुओं के लिए एक अद्वितीय आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करती है, लेकिन इसके साथ ही यह यात्रा शारीरिक रूप से काफी चुनौतीपूर्ण भी होती है। विशेष रूप से गौरी कुंड और उससे आगे के क्षेत्रों में, जहां ऊंचाई के कारण ऑक्सीजन की कमी और तापमान में गिरावट से कई यात्रियों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

इस बार की यात्रा में भी कई यात्रियों को ऊंचाई के कारण स्वास्थ्य समस्याएं हुईं। लेकिन NDRF (National Disaster Response Force) की टीम ने इस कठिन समय में यात्रियों की मदद के लिए जो कार्य किया, वह अत्यंत प्रशंसनीय है। गौरी कुंड, जो मणिमहेश झील से कुछ ही दूरी पर स्थित है और एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, वहां कई यात्रियों को सांस लेने में कठिनाई, थकान, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा। ऐसे समय में, NDRF टीम ने तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान कर कई जिंदगियां बचाईं।

NDRF की टीम ने यात्रा के दौरान अपने साथ मेडिकल उपकरण और दवाइयों का पूरा इंतजाम किया था। जब भी किसी यात्री को सांस लेने में समस्या या अन्य स्वास्थ्य संबंधित दिक्कतें हुईं, टीम ने बिना देर किए उस यात्री तक पहुंचकर उसे आवश्यक चिकित्सा सहायता दी। टीम के प्रशिक्षित चिकित्सकों ने यात्रियों की स्थिति का सही मूल्यांकन कर उन्हें आवश्यक प्राथमिक उपचार दिया और गंभीर मामलों में उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम भी किया।

NDRF की टीम का यह कार्य न केवल यात्रियों की जान बचाने में मददगार साबित हुआ, बल्कि इससे यात्रा के दौरान उपस्थित अन्य श्रद्धालुओं में भी सुरक्षा का भाव पैदा हुआ। लोगों ने NDRF टीम के कार्यों की सराहना की और उनकी तत्परता और सेवा भावना की खुले दिल से प्रशंसा की। NDRF के इन कर्मठ जवानों ने साबित कर दिया कि वे किसी भी चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में देशवासियों की सेवा के लिए तत्पर रहते हैं।

इससे पहले भी NDRF ने देश के विभिन्न हिस्सों में आपदाओं के समय में अपने अद्वितीय साहस और सेवा का परिचय दिया है। लेकिन मणिमहेश जैसी कठिन यात्रा में जहां हर कदम पर जोखिम होता है, वहां इस तरह की त्वरित और प्रभावी सहायता प्रदान करना वाकई में काबिल-ए-तारीफ है। NDRF की इस सेवा ने न केवल यात्रा को सुरक्षित बनाने में मदद की, बल्कि श्रद्धालुओं को यह विश्वास भी दिलाया कि संकट के समय में वे अकेले नहीं हैं।

NDRF की इस सराहनीय पहल के लिए दिल से सलाम है, और हम सभी को गर्व है कि हमारे देश में ऐसी समर्पित और सेवाभावी टीमें मौजूद हैं, जो हर समय देशवासियों की सुरक्षा और सेवा के लिए तैयार रहती हैं।