हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को अब और बेहतर मध्याह्न भोजन मिलेगा। शिक्षा विभाग ने स्कूलों में खाना बनाने वाले कर्मियों को प्रशिक्षण देने की योजना बनाई है। इस योजना के तहत, कांगड़ा, चंबा, कुल्लू और सिरमौर जिलों में 13 जुलाई से प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे। इस शिविर में सभी स्कूलों के कुक और सहायक कर्मचारी भाग लेंगे।
प्रशिक्षण के दौरान इन कर्मियों को व्यावहारिक ज्ञान दिया जाएगा, जिसमें भोजन पकाने की सही तकनीक, खाद्य सामग्री के सुरक्षित भंडारण, बर्तनों की सफाई और व्यवस्थित तरीके से रसोई में रखने के बारे में जानकारी दी जाएगी। साथ ही, इन्हें बताया जाएगा कि खाने को कितने डिग्री तापमान पर पकाना है और बच्चों को कितने समय पहले परोसना चाहिए।
शिक्षा विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि मध्याह्न भोजन योजना के तहत बच्चों को पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन मिले। प्रशिक्षण के दौरान, कुक और हेल्पर को पौष्टिक आहार बनाने, खाना पकाने की सामग्री का सही रखरखाव और बर्तनों को सही तरीके से लगाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
बच्चों को मिलेगा पौष्टिक खाना
प्रशिक्षण के बाद, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बच्चों को पौष्टिक भोजन निर्धारित मात्रा में मिले। इससे बच्चों की सेहत में सुधार होगा और वे बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे। शिक्षा निदेशालय ने यह निर्णय बच्चों के स्वास्थ्य और उनकी शैक्षणिक प्रगति को ध्यान में रखते हुए लिया है।
इस प्रशिक्षण से विद्यार्थियों को मिलने वाले खाने की गुणवत्ता में सुधार लाया जाएगा और वे बेहतर स्वास्थ्य के साथ-साथ स्वादिष्ट भोजन का भी आनंद ले सकेंगे। हिमाचल प्रदेश में यह कदम विद्यार्थियों के भविष्य को स्वस्थ और उज्ज्वल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।