हिमाचल प्रदेश के मण्डी जिले में सरकाघाट उपमंडल के नेरचौक बाजार में एक भयावह घटना घटी, जिसने 24 वर्षीय युवक की जिंदगी का अंत कर दिया। यह घटना तेज रफ्तार के नकारात्मक प्रभाव को उजागर करती है और यातायात सुरक्षा के महत्व पर जोर देती है।
अप्पर बरोट गांव के निवासी नरेश कुमार, जो नेरचौक में एक होटल में काम करते थे, बीती रात अपनी दिनचर्या समाप्त करके पैदल घर वापस जा रहे थे। इसी दौरान, एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें इतनी जोरदार टक्कर मारी कि वह कई फीट उपर हवा में उछल गए और फिर जमीन पर गिर पड़े।
इस दुखद हादसे में नरेश की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही बल्ह थाना की पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए मौके पर पहुंचकर आवश्यक कार्रवाई शुरू की। कार चालक, राकेश पुत्र नागणू राम, जो मंदरटांडा का निवासी है, को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसपी मंडी, साक्षी वर्मा, ने इस हादसे की पुष्टि की और बताया कि आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। नरेश के शव का पोस्टमार्टम किया गया और फिर शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया। पुलिस इस मामले की गहन जांच पड़ताल कर रही है, ताकि इस घटना के सभी पहलुओं को सामने लाया जा सके।
इस हादसे ने न केवल एक परिवार को उनके लाडले से वंचित कर दिया है बल्कि एक बार फिर से तेज रफ्तार वाहनों के कारण होने वाले खतरों को भी सामने लाया है।