हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक माहौल तब और भी गरमा गया जब कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता राजीव किमटा ने भाजपा और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर महिला विरोधी होने का संगीन आरोप लगाया। इसके मूल में इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना है, जिसके तहत प्रदेश की महिलाओं को 1500 रुपये प्रदान किए जाने हैं।
राजीव किमटा के अनुसार, यह योजना प्रदेश की महिलाओं के लिए एक बड़ा कदम है, जिसे चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले ही अंतिम रूप दे दिया गया था। उन्होंने आगे कहा कि इस योजना के लिए आवश्यक बजट प्रावधान किया जा चुका है और सरकार द्वारा इसे लागू करने की अधिसूचना जारी की जा चुकी है।
किमटा के आरोपों के अनुसार, भाजपा और जयराम ठाकुर का इस योजना का विरोध केवल इसलिए है क्योंकि यह कांग्रेस की एक पहल है। उनका यह भी कहना है कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने सवा साल के कार्यकाल में पांच मुख्य गारंटियों में से पांच को पूरा किया है, जिससे विपक्षी दल बौखला गया है।
राजीव किमटा ने यह भी कहा कि भाजपा को प्रदेश के हित में लागू की जा रही नीतियों का विरोध करने से पहले सोचना चाहिए। उनका मानना है कि महिलाओं को यह धन राशि मिलनी चाहिए और जयराम ठाकुर का चुनाव आयोग से इसे रोकने की मांग करना प्रदेश की महिलाओं के प्रति उनकी असंवेदनशीलता को दर्शाता है।
किमटा का दृढ़ विश्वास है कि प्रदेश की महिला शक्ति इस विरोध का मुंहतोड़ जवाब देगी और आगामी चुनावों में भाजपा को चारों खाने चित कर देगी। उनके इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में नई चर्चाओं का संचार किया है, जिसका प्रभाव आने वाले समय में देखा जा सकेगा।