International Shivratri Festival (अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव): मंडी में 216 प्राचीन देवी-देवता आमंत्रित

International Shivratri Festival

मंडी, हिमाचल प्रदेश: अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव (International Shivratri Festival), हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में धार्मिक उत्साह और सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण प्रतीक, इस वर्ष नौ मार्च से शुरू होगा।

मंडी प्रशासन ने इस विशेष अवसर पर 216 प्राचीन देवी-देवताओं को आमंत्रित किया है, जो अपने विशिष्ट स्थलों से महोत्सव में शामिल होने के लिए मंडी पहुंचेंगे। इस उत्सव का एक मुख्य आकर्षण बड़ादेव कमरूनाग का आगमन है, जिनके मंडी पहुंचते ही अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे। इस धार्मिक और सांस्कृतिक महोत्सव की प्रमुखता में, छह अन्य देवी-देवताओं के साथ बड़ादेव का आगमन और भी विशेष बनाता है।

इस महोत्सव का उद्घाटन समारोह 9 मार्च को होगा, जिसमें मुख्यमंत्री द्वारा भगवान राजमाधव की पूजा-अर्चना की जाएगी। इसके बाद, वे महोत्सव की पहली शाही जलेब में भाग लेंगे, जो एक पारंपरिक शोभा यात्रा है। महोत्सव की दूसरी शाही जलेब 12 मार्च को निकाली जाएगी और महोत्सव का समापन 15 मार्च को राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल द्वारा राजमाधव की अंतिम शाही जलेब के साथ होगा।

सांस्कृतिक संध्या के दौरान, हिमाचल के बिलासपुर जिला के प्रसिद्ध भजन गायक, बाबा हंसराज रघुवंशी, शिव के डमरू को बजाते हुए और भोलेनाथ का गुणगान करते हुए देखे जा सकेंगे। नौ मार्च को पहली सांस्कृतिक संध्या में उनके परफॉर्मेंस के अलावा, कुमार साहिल और अन्य प्रतिष्ठित कलाकार भी मंच पर अपनी प्रस्तुति देंगे। इसके अतिरिक्त, शिवरात्रि महोत्सव की पंजाबी नाइट में जस्सी गिल और बब्बल राय जैसे पंजाबी कलाकार अपने संगीत से माहौल को रंगीन बनाएंगे।

महोत्सव के दौरान, विभिन्न सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन किया जाएगा, जिसमें राज्य स्तरीय कलाकारों के साथ-साथ पंजाबी और मुंबईया कलाकारों को भी बुलाया गया है। यह महोत्सव न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है बल्कि हिमाचल प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को भी समृद्ध करता है, जिसे स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटक उत्सुकता से देखते हैं।