शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार ने हाल ही में एक बड़े प्रशासनिक फेरबदल का आदेश दिया है। इस फेरबदल के अंतर्गत, आईपीएस अधिकारी संजय कुंडू को पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के पद से हटाने के पूर्व आदेशों को सरकार ने वापस ले लिया है, और उन्हें दोबारा इस पद पर नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही, राज्य के मंडी, ऊना, और हमीरपुर जिलों के पुलिस अधीक्षकों (एसपी) के तबादले भी किए गए हैं।
यह फैसला एक कारोबारी से विवाद के बाद हाईकोर्ट द्वारा डीजीपी को हटाने के आदेशों के परिप्रेक्ष्य में आया है। हाईकोर्ट ने पालमपुर के कारोबारी द्वारा लगाए गए धमकाने के आरोपों पर ध्यान देते हुए यह आदेश दिए थे। इसके बाद सरकार ने कुंडू को आयुष विभाग में स्थानांतरित कर दिया था। हालांकि, कुंडू ने सुप्रीम कोर्ट में इस निर्णय के खिलाफ याचिका दायर की थी, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने उनके ट्रांसफर के आदेशों को रद्द कर दिया।
सरकार ने इस फैसले के बाद अपने पूर्व आदेशों को वापस लेते हुए कुंडू को पुनः डीजीपी के पद पर नियुक्त कर दिया है। इस आदेश के साथ, कुंडू के समक्ष राज्य की पुलिस सेवाओं की बागडोर संभालने की जिम्मेदारी पुनः आ गई है।
इसके अतिरिक्त, सरकार ने हिमाचल प्रदेश पुलिस विभाग में और भी कई फेरबदल किए हैं। छह आईपीएस अधिकारियों के ट्रांसफर के साथ-साथ, मंडी, हमीरपुर और ऊना जिलों के एसपी को भी बदला गया है। इसके अलावा, प्रमोशन के बाद दो अधिकारियों की नई नियुक्तियां भी की गई हैं।
इन परिवर्तनों के पीछे का मुख्य कारण निर्वाचन आयोग के निर्देश हैं, जिसके अनुसार तीन वर्षों से एक ही स्थान पर डटे अधिकारियों के तबादले किए जाने चाहिए। इन फेरबदलों का उद्देश्य प्रशासन में नई ऊर्जा और दक्षता लाना है, जिससे राज्य की कानून और व्यवस्था में सुधार हो सके।
संजय कुंडू की पुनः नियुक्ति और पुलिस विभाग में हुए इन फेरबदलों का राज्य की जनता, सामाजिक संगठनों, और व्यापार जगत द्वारा स्वागत किया जा रहा है। इन बदलावों से राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति में सुधार की उम्मीद की जा रही है।