चंबा, हिमाचल प्रदेश: कल ‘अन्तर्राष्ट्रीय मिंजर महोत्सव’ के आयोजन में विशेष मुख्यअतिथि के रूप में माननीय मुकेश अग्निहोत्री ने भाग लिया। अंतर्राष्ट्रीय मिंजर महोत्सव के कार्यक्रम में शिरकत करते हुए, चंबा के प्रमुख अतिथि बने मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि यह महोत्सव समृद्धि और खुशहाली के प्रतीक के रूप में महत्वपूर्ण है। इस संस्कृति और परंपरा से समृद्ध नगरी के लोग आज भी गर्व के साथ जुड़े हुए हैं। यह मेला न केवल प्राकृतिक सौंदर्य को प्रदर्शित करता है, बल्कि हिमाचल के सांस्कृतिक धरोहर को भी समर्थन प्रदान करता है।
इस अवसर पर स्थानीय विधायक श्री नीरज नय्यर, पूर्व वन मंत्री श्री ठाकुर सिंह भरमौरी व हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम के निदेशक और युवा कांग्रेस प्रदेश महामंत्री श्री सुरजीत भरमौरी भी मौजूद रहे।
अंतर्राष्ट्रीय मिंजर महोत्सव का आयोजन चंबा जिले के प्रमुख नगर है, जिसकी शोभायात्रा में भाग लेने के लिए देश-विदेश से लाखों पर्वार इस स्थान पर आते हैं। इस मेले की शुरुआत प्राचीन प्रतिमाओं की पूजा-अर्चना से होती है, जिसे स्थानीय धार्मिक ग्रंथों के अनुसार संपन्न किया जाता है। चंबा की विविधता का प्रदर्शन करने के लिए, स्थानीय गांवों से आये गए लोग भी उत्साह से इस महोत्सव का हिस्सा बनते हैं।
महोत्सव के दौरान भव्य नृत्य-नाटिका कार्यक्रम, पारंपरिक संगीत समारोह, हिमाचली लोकनृत्य, गाँव की परंपरागत खेल-कूद की प्रदर्शनी, एवं विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों की सम्मानित प्रस्तुतियां होती हैं। इसके साथ ही, विभिन्न दर्शनीय स्थलों के लिए यात्रा का भी आयोजन किया जाता है जो पर्यटकों को अपनी श्रृंगारीता में मग्न कर देते हैं।
यह महोत्सव विभिन्न धारों के साथ आयोजित होता है जो समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ हिमाचल की प्रगति को भी दर्शाता है। इस मेले के आयोजन से लोगों के बीच सामाजिक एकता को मजबूती मिलती है और राज्य के पर्यटन को बढ़ावा मिलता है।
मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने अंतरराष्ट्रीय मिंजर महोत्सव के दौरान इसे संबोधित करते हुए सभी प्रदेशवासियों को अपनी शुभकामनाएं दी और इस मेले की विशेषता और महत्व को बताया। उन्होंने इस महोत्सव के संचालन में भाग लेने वाले सभी लोगों को धन्यवाद दिया और चंबा के समृद्धि और परंपरा को जीवंत रखने की दिशा में उनके संघर्षों को सराहा।
इस शानदार अंतरराष्ट्रीय मिंजर महोत्सव के संपन्न होने से हिमाचल की संस्कृति, परंपरा, और प्राकृतिक सौंदर्य का प्रचार-प्रसार विश्व में होगा और प्रदेश के पर्यटन उद्योग को नई ऊंचाइयों को प्राप्ति करेगा।