भरमाणी माता मंदिर के पास लगे प्रीफैब्रिकेटिड शौचालयों पर ताले के कारण श्रद्धालुओं को बहुत परेशानी हो रही है। हर रोज कई श्रद्धालुओं को इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इन शौचालयों को सामुदायिक उपयोग के लिए बनाया गया था ताकि इस स्थान को खुले में शौच मुक्त कर सके, लेकिन ताले के कारण इनका उपयोग संभव नहीं हो रहा है। यह समस्या स्थानीय प्रशासन द्वारा ध्यान में नहीं ली जा रही है और सरकार भी इस मुद्दे पर कोई कदम नहीं उठा रही है।
भरमाणी मंदिर परिसर के पास बनाए गए प्रीफैब्रिकेटिड शौचालयों को श्रद्धालुओं के लिए सुलभ बनाने का उद्देश्य अच्छा था, लेकिन तालों के कारण यह उद्देश्य पूरा नहीं हो पा रहा है। इन शौचालयों पर लगे ताले ने श्रद्धालुओं को बहुत दिक्कत में डाल दिया है। सभी भक्त भगवान की पूजा करने के लिए मंदिर आते हैं, लेकिन उन्हें शौच के लिए ताले के सामना होना पड़ रहा है, जो एक अन्यायपूर्ण और असुविधाजनक स्थिति है।
इस समस्या को हल करने के लिए स्थानीय प्रशासन को जल्दी से जल्दी कार्यवाही करनी चाहिए। ताले को हटाकर शौचालयों को सुलभ बनाने के लिए उचित उपाय निकालने चाहिए ताकि श्रद्धालुओं को आसानी से उपयोग करने का मौका मिले।
मणिमहेश एडवेंचर के श्री दीपक राणा का कहना है कि यह शौचालय इस साल खुले ही नहीं या और इस से भरमाणी माता मंदिर आने वाले लोगों को बहुत परेशानी हो रही है
भरमाणी माता मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है और श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक शौचालय प्रदान करना महत्वपूर्ण है। इसे अनदेखा न करते हुए समस्या का समाधान निकालने के लिए सभी संबंधित पक्षों को सहयोग करना चाहिए।