रोजाना24, केलांग 28 मार्च : जिला लाहौल स्पीति में जिला स्तरीय पर्यावरण संरक्षण योजना की बैठक की अध्यक्षता करते सहायक आयुक्त डॉ रोहित शर्मा ने कहा कि जिला में पर्यावरण प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी कार्य योजना क्रियान्वित की जा रही है जिसके तहत जिला में ठोस अपशिष्ट, प्लास्टिक कचरे के प्रभावी प्रबंधन, अपशिष्ट स्थलों की पहचान और एकल उपयोग प्लास्टिक के उन्मूलन के लिए कार्य योजना तैयार की गई है।
बैठक में उन्होंने कहा कि जिला में पर्यटकों की बढ़ती आमद से जिला के प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों पर सामाजिक सहभागिता से पर्यटन इकाइयों के तरल व ठोस अपशिष्ट पदार्थों के उचित निस्तारण के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे | ठोस व प्लास्टिक कचरे का पृथक्करण के उपरांत निस्तारण सुनिश्चित बनाया जाएगा |
उन्होंने यह भी कहा कि बायो मेडिकल वेस्ट प्रबंधन की अनुपालना को जिला में सुनिश्चित बनाने के लिए प्रदेश के कॉमन वेस्ट फैसिलिटी सेंटर भेजा जाएगा |
उन्होंने यह भी कहा कि विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के तहत केलांग,उदयपुर व काजा में सफाई कर्मियों की संख्या को भी बढ़ाया जाएगा ताकि इन कस्बों में सफाई की उचित व्यवस्था बनाई जा सके |
सहायक आयुक्त ने निर्देश देते हुए कहा कि जिला पंचायत अधिकारी अप्रैल व सितंबर माह में ग्राम पंचायतों में विशेष सफाई अभियान के तहत तरल व ठोस कचरे का उचित निस्तारण हेतु जागरूकता अभियान चलाएं |
सहायक आयुक्त ने यह भी निर्देश दिए कि वन विभाग अपने अधिकार क्षेत्रों में आने वाले प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों पर पर्यटन इकाइयों से कचरा एकत्रीकरण के लिए उपयोगकर्ता शुल्क की दरें भी निर्धारित करें |
सहायक निर्देशक ने यह भी कहा कि बिलिंग में कचरा प्रबंधन संयंत्र स्थापित करने के लिए भूमि का चयन भी कर लिया गया और जल्द इस पर कार्य आरंभ कर दिया जाएगा |
बैठक में मौजूद राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वरिष्ठ वैज्ञानिक चमन लाल को बिलिंग में स्थापित किए जाने वाले कूड़ा संयंत्र में साइंस एंड एनवायरमेंट टेक्नोलॉजी विभाग से आधुनिक उपकरण के लिए अतिरिक्त धनराशि जुटाने का भी उन्होंने बात कही |
सहायक आयुक्त ने यह भी निर्देश जारी किए की पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से प्राधिकृत विभागों के अधिकारी चालान भी सुनिश्चित करें |
बैठक में राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी इंजीनियर सुनील शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे|