रोजाना24, चम्बा 20 फरवरी : 18 फरवरी को राष्ट्रीय उच्चमार्ग 154ए पर ढकोग नामक स्थान के पास मोटरसाईकिल दुर्घटना में दो युवकों के मारे जाने के बाद भरमौर क्षेत्र के लोगों ने इस दुर्घटना के लिए एनएच प्रधिकारण अधिकारियों जिम्मेदार ठहराते हुए इनके खिलाफ हिमाचल प्रदेश विशिष्ट भ्रष्ट आचरण निवारण अधिनियम 1983 के अंतर्गत मुकद्दमा दर्ज करने की मांग की है।
क्षेत्र के स्वयं सेवी अनिल कुमार, प्रधान ग्राम पंचायत पूलन अनीता कपूर, पंचायत समिति सदस्य भरमौर व प्रधान ग्राम पंचायत घरेड़ ने इस संदर्भ में अतिरिक्त जिलादंडाधिकारी भरमौर को शिकायत पत्र सौंपकर जल्द कार्रवाई की मांग की है। अनिल कुमार ने कहा कि वर्ष 2021 में उन्होंने एनएच प्रधिकरण व भरमौर प्रशासन से चम्बा भरमौर सड़क मार्ग पर क्रैशबैरियर स्थापित करने की मांग की थी ताकि दुर्घटना के कारण जानमाल के नुक्सान को कम किया जा सके इसके बावजूद प्राधिकरण ने इस सड़क मार्ग को क्रैश बैरियर से सुरक्षित करने का कार्य नहीं किया गया फलस्वरूप दो दिन पूर्व मोटरसाईकिल का संतुलन बिगड़ने से बाईक सवार दोनो युवक रावी नदी तट पर जा गिरे और दोनो की मृत्यु हो गई जबकि दुर्घटना में मोटर साईकिल सड़क पर पलट कर टिक गई थी। लोगों का कहना है कि एनएच प्राधिकरण ने अगर वहां क्रैशबैरियर लगाए होते तो दोनों युवकों की जान बच सकती थी। लोगों ने कहा कि कि यह पहला मामला नहीं है जब क्रैश बैरियर के अभाव में किसी की जान गई हो । भरमौर से चम्बा तक के सड़क मार्ग में हर वर्ष आठ से दस लोगों की जान जाती है। अनिल कुमार ने कहा कि इससे पूर्व भी उन्होंने प्रशासन से सड़क मार्ग के किनारे क्रैश बैरियर स्थापित करने की मांग की थी जिस पर तत्कालीन अतिरिक्त जिलादंडाधिकारी भरमौर ने एनएच प्राधिकरण को इस सड़क मार्ग पर क्रैश बैरियर स्थापित करने के निर्देश दिए थे लेकिन प्राधिकरण ने प्रशासन के निर्देशों को भी धत्ता बता दिया। प्राधिकरण की लापरवाही से नाराज लोगों ने अब पुलिस व प्रशासन से इस मामले में हिमाचल प्रदेश विशिष्ट भ्रष्ट आचरण निवारण अधिनियम 1983 के अंतर्गत मामला दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है। इस अधिनियम के अंतर्गत दोषी को तीन वर्ष की सजा व जुर्माना हो सकता है।
अब देखना यह है कि पुलिस, प्रशासन व सरकार इस मामले को गम्भारता से लेती है या फिर यह शिकायत कागज का टुकड़ा बनकर रह जाएगी।
इस बारे में अधिशासी अभियंता एनएच प्राधिकरण संजीव महाजन ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि जहां-जहां पुलिस ने ब्लैक स्पॉट सुझाए थे वहां क्रैश बैरियर स्थापित कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा क्रैश बैरियर के लिए बजट भी नही मिलता इस कारण सब जगह क्रैश बैरियर नहीं लग पाए हैं। अधिशासी अभियंता के पक्ष के अनुसार पुलिस जहां जहां कहती है क्रैश बैरियर वहां स्थापित किए जाते हैं । तो फिर पुलिस द्वारा सुझाए स्थानों पर क्रैश बैरियर लगाने के लिए बजट कहां से आता है यह स्पष्ट नहीं हो पाया है।