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यह समय संस्कृति, परम्परा तथा स्वदेशी की भावना को जागृत करने का है -राज्यपाल

रोजाना24, ऊना 22 जनवरी : राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि समाज के विकास में शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान होता है और भावी पीढ़ियों को ज्ञान आधारित नैतिक शिक्षा प्रदान करने से राष्ट्र के निर्माण में अहम भूमिका निभाई जा सकती है।राज्यपाल ने यह बात आज ऊना जिला स्थित धुसाड़ा कैम्ब्रिज इंटरनैशनल स्कूल के वार्षिक कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कही।राज्यपाल ने कहा कि आगामी 25 वर्ष देश की भावी पीढ़ियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने इन 25 वर्षों को अमृतकाल की संज्ञा दी है। उन्होंने कहा कि इन 25 वर्षों के उपरांत देश का भविष्य क्या होगा, वर्तमान में इस बारे में निर्णय लेने की आवश्यकता है। हर व्यक्ति शिक्षा के क्षेत्र में योगदान दे सकता है ताकि हमारी भावी पीढ़ियां का भविष्य सुरक्षित हो सके।

उन्होंने कहा कि शिक्षा क्षेत्र को सकारात्मक दिशा देने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति तैयार की गई है। उन्होंने स्कूल प्रबन्धन से राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर विस्तृत चर्चा का आग्रह करते हुए कहा कि इसके लिए शिक्षा क्षेत्र के विभिन्न विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह समय आत्मसंस्कृति, परम्परा तथा स्वदेशी की भावना को जागृत करने का है और नई शिक्षा नीति के माध्यम से इसे सुनिश्चित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमें इस दिशा में आगे बढ़ने की जरूरत है।

इससे पूर्व, राज्यपाल ने स्कूल के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण भी किया।कैम्ब्रिज इंटरनैशनल स्कूल पुणे के निदेशक राम डी. रैणा ने इस अवसर पर राज्यपाल का स्वागत किया और स्कूल की विभिन्न गतिविधियों के बारे में अवगत करवाया।चिन्तपूर्णी विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुदर्शन सिंह बबलू, उपायुक्त ऊना राघव शर्मा, कैम्ब्रिज इंटरनैशनल स्कूल की अध्यक्षा सीमा तनेजा, स्कूल के निदेशक संदीप पराशर, कैम्ब्रिज इंटरनैशनल स्कूल पुणे के अध्यक्ष धनंजय वारनेकर, स्कूल की सचिव पूनम पराशर और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।

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