रोजाना24,चम्बा 25 अगस्त : चम्बा जिला के राजकी. महाविद्यालय भरमौर में विद्यार्थियों ने रोष रैली निकालकर सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की । इस प्रदर्शन में सभी छात्र संगठनों ने मिलकर महाविद्यालय की समस्याओं को उठाया।
विद्यार्थियों ने चौरासी मंदिर प्रांगण से पुराना बस अड्डा भरमौर तक रोष रैली निकाल कर सरकार व प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलने का संकेत दिया।
इस रैली को छात्र नेता विवेक चाढ़क,पंकज, काजल, प्रिया, आरूषी आदि अपने प्रभावशाली वक्तव्यों से आम जनता के सामने महाविद्यालय की समस्याओं को रखा । विवेक चाढ़क ने कहा कि महाविद्यालय भरमौर में आर्टस व कॉमर्स संकाय के 300 से अधिक छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। लेकिन महाविद्यालय का न तो भवन तैयार हो रहा है व न ही इसमें प्राध्यापकों के पद भरे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय निर्माण कार्य कई कई महीनों तक बंद रहता है जिसकारण विद्यार्थियों को कभी मंदिरों,कभी सराय भवन तो कभी स्कूल भवनों में कक्षाएं लगाने ठूंस दिया जाता है। लेकिन पिछले दस दिनों से हमें वहां से भी बाहर निकाल दिया गया है।
रावमापा भरमौर प्रशासन कहता है कि महाविद्यालय के विद्यार्थियों के कारण उनके अपने स्कूल के बच्चों की शिक्षा प्रभावित हे रही है। तो मंदिरों व सरायों में मणिमहेश यात्रियों के ठहराने के लिए महाविद्यालय के छात्रों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। खुले स्थान हैलिपैड में कक्षाए लगाने का विकल्प भी हैलिटैक्सी सेवाओं के कारण बंद हो गया है। विवेक चाढ़क ने कहा कि अभिभावक हमारी शिक्षा पर समय और धन खर्च कर रहे हैं लेकिन हम शिक्षा के नाम पर मेले देखने को मजबूर किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में मात्र हिंदी व इतिहास विषय के प्राध्यापक मौजूद हैं शेष विषयों के प्राध्यापकों के पद खाली पड़े हैं। विद्यार्थी अपने स्तर पर पढ़ाई कर रहे हैं। पढ़ाई से सम्बंधित किसी विषय का कोई अनसुलझा प्रश्न आ जाता है तो उसका समाधान बताने के लिए यहां कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में विद्यार्थी स्थानीय प्रशासन के माध्यम से अब तक 16 ज्ञापन सरकार को भेज चुके हैं और बदले में उन्हें एक माह या दस दिनों में समस्या समधान का आश्वासन देकर लौटा दिया जाता है ।
विद्यार्थियों का कहना था कि निर्माणाधीन महाविद्यालय भवन के कुछ कमरे तैयार हो चुके हैं प्रशासन ने जहां मणिमहेश यात्रा की ड्युटी करने पहुंचे पुलिस कर्मियों को ठहरा रखा है। जबकि विद्यार्थियों को कक्षाएं लगाने की बात पर इन्हें असुरक्षित बताया जाता है।
महाविद्यालय छात्र-छात्राओं के इस विरोध प्रदर्शन के दौरान उपमंडलाधिकारी भरमौर असीम सूद भी मौके पर पहुंचे व विद्यार्थियों को भरोसा दिलाया कि जब तक महाविद्यालय में स्थायी प्राध्यपकों की नियुक्ति नहीं होती तबतक यहां चम्बा जिला कि विभिन्न महाविद्यालयों से प्राध्यापकों को प्रतिनियुक्ति पर भेजा जाएगा और यह कार्य दस दिनों के भीतर किया जाएगा।
छात्रों ने कहा कि अब वे न तो सरकार व न ही प्रशासन के झांसों में आएंगे अगर यह दस दिन भी नेताओं के वायदे की तरह झूठा साबित हुआ तो सरकार व प्रशासन एक बड़े विरोध का सामना करने के लिए तैयार रहे।
छात्र नेताओं ने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि दस दिन में समस्या समाधान न होने पर वे हिमाचल प्रदेश के सभी महाविद्यालयों के सहयोग से हड़ताल पर चले जाएंगे जिसके लिए सरकार व प्रशासन ही जिम्मेदार होंगे।
गौरतलब है कि स्नातक प्रथम वर्ष में दाखिला लेने वाले छात्रों को महाविद्यालय प्रशासन ने अनाधिकारिक तौर पर कह रखा है कि जब तक कक्षाएं लगाने व प्राध्यापकों की व्यवस्था नहीं हो जाती वे घर पर बैठकर ही पढ़ाई करें।
अपनी शिक्षा के लिए संघर्ष करते इस महाविद्यालय के छात्र-छात्रों के आगामी दस दिन फिर बिना पढ़ाई के कटेंगे।