ओमीक्रॉन को हल्के में न लें! डबल्यू एच ओ (WHO) की चेतावनी

डब्ल्यूएचओ की वरिष्ठ अधिकारी कैथरीन स्मॉलवुड ने चेतावनी भरा संकेत दिया है. उन्होंने बताया कि बढ़ती संक्रमण दर का विपरीत असर हो सकता है।  

दुनियाभर में ओमिक्रॉन  के बढ़ते मामलों से एक नए और ज्यादा घातक वेरिएंट के उभरने का खतरा बढ़ सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन  ने मंगलवार को यह चेतावनी दी. यह वेरिएंट (ओमिक्रॉन) दुनियाभर में जंगल की आग की तरह फैल रहा है. हालांकि, यह शुरुआती आशंकाओं से कम गंभीर नजर आ रहा है. इससे जल्द ही महामारी से बाहर निकलने और जीवन सामान्य स्थिति में जल्द लौटने की उम्मीद जागी है.

हालांकि, डब्ल्यूएचओ की वरिष्ठ आपातकालीन अधिकारी कैथरीन स्मॉलवुड ने चेतावनी भरा संकेत दिया है. उन्होंने बताया कि बढ़ती संक्रमण दर का विपरीत असर हो सकता है.

स्मॉलवुड ने एएफपी को दिए इंटरव्यू में कहा, “ओमिक्रॉन जितना अधिक फैलता है, उतना ही ज्यादा ट्रांसमिट होता और उतनी ही ज्यादा रिप्लिकेट होता है, उतनी ही अधिक संभावना है कि यह एक नया वेरिएंट उत्पन्न कर सकता है. अब, ओमिक्रॉन जानलेवा है, यह मौत का कारण बन सकता है… हो सकता है डेल्टा की तुलना में थोड़ा कम, लेकिन कौन कह सकता है कि अगला वेरिएंट क्या कर सकता है.”

महामारी की शुरुआत से अब तक यूरोप में 10 करोड़ से ज्यादा कोविड केस दर्ज किए गए हैं और 2021 के आखिरी हफ्ते में 50 लाख से ज्यादा केस दर्ज किए गए हैं. स्मॉलवुड ने कहा, “हमने अतीत में जो देखा वह अभी के मुकाबले कमतर था.”

उन्होंने कहा, “हम खतरनाक फेज में हैं, हम देख रहे हैं कि पश्चिमी यूरोप में संक्रमण दर काफी तेजी से बढ़ रही है और इसका पूरा प्रभाव अभी तक स्पष्ट नहीं है.”