जनजातीय क्षेत्र भरमौर में इस समय आने वाले शीतकाल के पांच माह की अवधि के लिए राशन का अग्रिम कोटा डिपुओं के माध्यम से दिया जा रहा है । इस राशन कोटे में आटा,चावल व सरसों का तेल उपभोक्ताओं को दिया जा रहा है ।
इस राशन में दिये जा रहे चावल की गुणवत्ता पर उपभोक्ताओं ने शिकायत की है । भरमौर पंचायत की वार्ड सदस्या स्वर्णा देवी ने कहा कि उनके वार्ड में उपभोक्ताओं को मिले चावलों की हालत बेहद खराब है जिन्हें खाकर इनसान तो दूर पशु भी बीमार हो सकते हैं । उन्होंने कहा कि उनके पड़ोस के उपभोक्ताओं ने खराब चावल की शिकायत उनसे की है जिस पर उन्होंने डिपो संचालक को इस बारे में सूचित किया है ।
गोसण गांव के एक उपभोक्ता ने कहा कि हद तो तब हो गई जब इन चावलों को मवेशियों ने भी नहीं खाया।
उन्होंने कहा कि चावल की बोरी पर पैकिंग का समय इस वर्ष का अंकित दिखता है जबकि बोरी में चावल गली-सड़ी हालत में हैं । स्वर्णा देवी ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस जनजातीय क्षेत्र के डिपुओं को जारी किए गए राशन की गुणवत्ता की जांच की जाए व उपभोक्ताओं को जारी खराब के स्थान पर नया राशन उनके घर पर पहुंचाया जाए क्योंकि उपभोक्ता डिपुओं से राशन घोड़ों व कुली के माध्यम से घर तक लेकर गए हैं । अगर डीपो संचालक उनसे खराब राशन वापिस मांग कर नया जारी करने के लिए कहता है तो उपभोक्ताओं को उसकी ढुलाई का खर्च भी दिया जाए ।
सूत्रों की माने तो खाद्य निगम द्वारा खराब हुए कई टन चावल को इस अग्रिम कोटे के माध्यम से उपभोक्ताओं को थमाने का प्रयास किया जा रहा है । क्योंकि 5 माह के अग्रिम राशन कोटे में औसत संख्या वाले परिवार के एक राशन पर एक बोरी चावल से अधिक चावल जारी हो जाते हैं । ऐसे में उपभोक्ता भी डिपो से बिना बोरी खोले उसे उठा ले जाते हैं।
उधर इस बारे इस बारे में कुछ डिपो संचालकों ने भी इस बारे में दबी जुबान में कहा कि डिपो के लिए जारी सामान की कोई जांच नहीं होती उन्हें जैसे सामान दिया जाता है वे वैसे ही उपभोक्ताओं को जारी कर देते हैं ।
खराब चावल के मामले में सम्बंधित डिपो संचालक महेंद्र सिंह ने कहा कि जिन उपभोक्ताओं के पास खराब चावल के बदले साफ व नये चावल के दिए जाएंगे ।
वहीं खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले निरीक्षण (प्रभारी) खेमराज ने कहा कि उन्होंने तमाम डिपो संचालकों को राशन की जांच कर ही उपभोक्ताओं को जारी करने के निर्देश दिए हैं । अगर किसी उपभोक्ता के पास खराब राशन गया है तो वे उसे बदल कर देंगे ।
लोगों ने खराब चावल सप्लाई मामले की जांच करने की मांग उठाई है ।