भरमौर में हो जाता अल्ट्रासाऊंड तो न जाती तीन जानें,पब्लिक ने कार हादसे के लिए सरकार को ठहराया जिम्मेदार

रोजाना24, चम्बा 22 सितम्बर : गत सोमवार भरमौर चम्बा सड़क मार्ग पर ढकोग नामक स्थान के पास चलती कार पर बछड़ी गिरने से हुई दुर्घटना के लिए भरमौर के लिए छात्र संगठन एनएसयूआई व स्थानीय लोगों ने सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। छात्र संगठन एनएसयूआई ने अतिकरिक्त जिला दण्डाधिकारी भरमौर को ज्ञापन सौंपते हुए पूछा कि जब नागरिक स्वास्थाय केन्द्र भरमौर में अल्ट्रासाऊंड मशीन है तो फिर रेडियोलोजिस्ट क्यों नहीं ?

एनएसयूआई केम्पस अध्यक्ष अजय कुमार,उपाध्यक्ष, विजय कुमार,महिला वर्ग अध्यक्ष ममता शर्मा व उपाध्यक्ष नमृति ठाकुर ने कहा कि स्थानीय विधायक व प्रशासन यहां सप्ताह में एक बार भी अल्ट्रासाउंड करने के लिए विशेषज्ञ को बुलाने में सक्षम नहीं हैं ।इस अस्पताल में सप्ताह में एक बार भी चम्बा से रेडियोलोजिट को बुलाकर अल्ट्रासाउंड करवाने की व्यवस्था की गई होती तो पवन व उसकी गर्भवती पत्नि को अल्ट्रासाऊंड करवाने चम्बा न जाना पड़ता व न ही वे दुर्घटना के शिकार होते।

उधर दूसरी ओर स्थानीय समाज सेवियों ने भी इस दुर्घटना के लिए सरकार प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए एडीएम भरमौर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपते हुए अनिल कुमार ने कहा कि अस्पताल में अल्ट्रासाऊंड न होना ही एक मात्र जानलेवा साहित नहीं हुई बल्कि दुर्घटना स्थल पर क्रैश बैरियर न होना भी दुर्घटना में तीन मौतों का कारण रहा। उन्होंने कहा कि क्रैश बैरियर के अभाव में भरमौर क्षेत्र में दर्जनों दुर्घटनाओं में कई लोग मारे गए हैं और पुलिस चालक के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज मामला निपटा देती है। जबकि मामला क्रैस बैरियर न लगाने व अल्ट्रासाऊंड की अस्थाई व्यवस्था तक न कर पाने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों के खिलाफ दर्ज किया जाना चाहिए था।

दुर्घटना के बाद से भरमौर क्षेत्र के लोग प्रशासन व सरकार से क्षुब्ध हैं । लोगों का मानना है कि सरकार जनजातीय क्षेत्र मे मूलभूत सुविधाओं को नजरंदाज कर रही है जिससे आम लोगों को मुश्किलें पेश आ रही हैं। लोगों की मांग है कि क्षेत्र की सबी सड़कों को यातायात के लिए सुरक्षित बनाया जाए व अस्पताल में रेडियोलोजिस्ट की तैनाती की जाए।