रोजाना24,चम्बा 12 सितम्बर : शिव चेलों के कारवां के साथ राधाष्टमी स्नान के लिए भरमौर से श्रद्धालु रवाना हो गए हैं। मणिमहेश यात्रा के अंतिम चरण में आज सुबह भगवान शिव के परम भक्त तिरलोचन के वंशज जो कि शिव चेले के रूप में जाने जाते हैं, ने अपने गांव सचूई से मणिमहेश के लिए सामूहिक कदम बढ़ाए तो उनके साथ सैकड़ों लोगों की भीड़ उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उमड़ पड़ी।
भारी वर्षा के बावजूद श्रद्धालुओं का भक्ति उन्मांद इस कदर चरम पर था कि वर्षा का उन्हें एहसास ही नहीं हो रहा था।नंगे पांव चौरासी मंदिर की परिक्रमा के पश्चात शिव चेलों ने शिव मंदिर में भगवान शिव का आहवान किया । शिव चेले ने सबको यात्रा सुरक्षित व फलदायी होने का आशीर्वाद दिया।
दोपहर होते ही शिव चेले मणिमहेश के लिए रवाना हो गए। शिव चेलों के साथ पारम्परिक देव वाद्य यंत्रों के साथ शिव के जयघोष के साथ पर भरमौर शिवमय हो गया। गद्दी पहनावे से सजे शिव चेले साक्षात देवताओं के धरती पर अवतरित होने की अनुभूति करवा रहे थे।
शिव चेलों के साथ सैकड़ों श्रद्धालुओं का यह कारवां आज धन्छो में रात्री ठहराव के बाद कल 13 सितम्बर को मणिमहेश झील में स्नान कर राधाष्टमी स्नान की विधिवत शुरुआत करेगा।
मणिमहेश मेला अधिकारी एवम उपमंडलाधिकारी भरमौर मनीष सोनी ने कहा कि आज सुबह से लगातार वर्षा होने के कारण मणिमहेश मार्ग पर पत्थर गिरने व भूस्खलन होने का जोखिम बना हुआ है। उन्होंने कहा कि पुलिस व आपदा प्रबंधन की टीमें जोखिम वाले स्थानों पर सहायता हेतु मौजूद हैं।
उन्होंने कहा कि आज दोपहर तक मणिमहेश झील के पास 130 व धन्छो में 80 श्रद्धालू मौजूद हैं जबकि भरमौर से हड़सर के लिए रवाना हुए श्रद्धालुओं का आंकड़ा नहीं मिल पाया है। अनुमान है कि शिव चेलों के साथ दो सौ से अधिक श्रद्धालु मणिमहेश के लिए रवाना हुए हैं।