रोजाना24,ऊना, 25 अगस्त : घरेलू हिंसा अधिनियम 2005, दहेज निषेध अधिनियम 1961, बाल विवाह निरोध अधिनियम 2006, हिमाचल प्रदेश विवाह पंजीकरण अधिनियम 2006 और अनैतिक व्यापार अधिनियम 1956 के अंतर्गत जिला स्तरीय बेठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त डाॅ अमित कुमार शर्मा ने बताया कि वन स्टॉप सेंटर, महिला पुलिस स्टेशन, चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर, गुड़िया हेल्पलाइन नंबर जैसी विभिन्न संस्थाओं को विभिन्न हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं, ताकि प्रताड़ित महिलाओं और बच्चों को प्रशासन द्वारा समय पर मदद प्रदान की जा सके। उन्होंने बताया कि वर्ष 2019-20 में घरेलू हिंसा की 85 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें 63 शिकायतें सरंक्षण अधिकारी के पास, 15 एसपी कार्यालय ऊना में और 7 सीधे न्यायालय में दर्ज की गईं, जबकि 2020-2021 तक 201 केस दर्ज किए गए जिसमें जुलाई 2021 माह तक घरेलू हिंसा अधिनियम 2005 के तहत 68 मामले प्राप्त हुए। एडीसी डाॅ अमित कुमार शर्मा ने महिला एवं बाल विकास विभाग को निदेश देते हुए जिला व खंड स्तर पर सभी पर्यवेक्षको व सरंक्षण अधिकारियों के लिए प्रोफेशनल काउंसलर के माध्यम से प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने को कहा ताकि घरेलू हिंसा के मामले जल्द से जल्द और कोर्ट के बाहर ही निपटाये जा सकें। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में परिवार रुपी संस्था में बड़ी तेजी से बदलाव आया है। संयुक्त परिवारों का अस्तित्व समाप्त होने की कगार पर है और अब एकांकी परिवार अधिक देखने को मिल रहे हैं। आपसी सामंज्य, विश्वास, आदरभाव जैसे पारिवारिक मूल्यों में आई कमी के चलते आज एकांकी परिवारों में दंपत्ति के आपसी मतभेद इस हद तक बढ़ जाते हैं कि मामला पुलिस व न्यायालय तक पहुंच जाता है। आज घरेलू हिंसा जैसी कुरीति को समाप्त करने के लिए पारिवारिक मूल्यों को बनाए रखने के बड़ी आवश्यकता है। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी आईसीडीएस सतनाम सिंह ने बताया कि अक्तूबर, 2020 से मार्च 2021 तक 2340 विवाह पंजीकृत किए गए थे। उन्होंने बताया कि 194 विवाह निर्धारित समय सीमा के भीतर पंजीकृत नहीं हुए थे जिन पर जुर्माना लगाया गया और विवाह पंजीकरण में देरी के लिए जुुर्माने के रूप में 46675 रुपये एकत्र किये गये। इस अवसर पर हिमोत्कर्ष संस्था के राज्याध्यक्ष जितेन्द्र कंवर, जिला परिषद अध्यक्षा नीलम कुमारी, जिला कल्याण अधिकारी चमन लाल शर्मा, जिला पंचायत अधिकारी श्रवण कुमार, महिला पुलिस थाना की एसएचओ सुमन शर्मा, जिला समन्वयक रेखा रानी, बीडीओ ऊना रमनवीर सिंह चैहान, बीडीओ अंब सुदर्शन सिंह, बीडीओ गगरेट भानू प्रताप सिंह सहित बाल विकास परियोजना अधिकारी व बाल संरक्षण अधिकारी उपस्थित रहे।