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कागजों में पूरी धरातल में अधूरी पेयजल योजना, सैहली पंचायत तक नहीं पहुंचा पा रही पानी !

रोजाना24,चम्बा 26 जुलाई : सरकार विकास के लिए भले ही करोड़ों रुपये खर्च कर रही हो लेकिन इस धन से कितनी योजनाएं तैयार होकर कितनी आबादी को लाभान्वित कर रही हैं जब तक इसकी समीक्षा नहीं की जाती, सरकार के धन का दुरुपयोग होता रहेगा । इसके कई उदाहरण प्रस्तुत किए जा सकते हैं लेकिन आज का उदाहरण जलशक्ति उपमंडल होली के अंतर्गत आने वाली सामरा-सैहली पेयजल योजना का ले रहे हैं । 

पंचायत समिति सदस्या अंजना देवी के अनुसार पिछले दो सप्ताह से सैहली पंचायत में पानी नहीं आ रहा है । ग्रामीण प्राक्रृतिक जलस्रोतों नालों से पानी ढोने को मजबूर हैं । अंजना देवी बताती हैं कि सरकार ने युनीप्रो नामक कम्पनी को सामरा से सैहली के लिए बहाव पेयजल योजना का ठेका दे रखा है । पिछले चार वर्षों से कम्पनी इस योजना को सुचारू रूप से नहीं चला नहीं पा रही । उन्होंने कहा कि सैहली पंचायत में  कभी कभार पानी आता है वो गंदला और फिर कई दिनों तक नल सूखे रहते हैं । उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों से इस बारे में कहा जाए तो वे इसे कम्पन्नी की जिम्मेदारी बता कर पल्ला झाड़ लेेते हैं वहीं अगर कम्पनी से समस्या समाधान के लिए कहा जाए तो उनका कहना है कि हमारा काम पूरा हो चुका है । ऐसे में आम लोगों को हर ओर से मायूसी हाथ लग रही है ।

गौरतलब है कि चार वर्ष पूर्व सामरा से सैहली पंचायत के लिए बनी पेयजल योजना के न तो अभी फोर्स टैंक व न ही फिल्टर बैड बने हैं । कम्पनी ने नाले के पानी को एक स्टोरेज टैंक के माध्यम से सीधे पाईप लाईन में डाल कर सैहली तक पहुंचा रही है। वर्षा व नाले की सिल्ट टैंक के माध्यम से पाईप लाईन को ब्लॉक कर देती है ।

इस मामले में जल शक्ति विभाग के सहायक अभियंता दिनेश पटियाल का कहना है कि कम्पनी अपनी ओर से कार्य पूरा कर चुकी है लेकिन धरातल पर कार्य पूरा नहीं हुआ है जिस कारण लोगों को पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा है । उन्होंने कहा कि जेई को पेयजल बहाल करने के लिए कहा गया है ।

लोगों ने सरकार से मांग की है कि कार्य पूरा न करने वाली कम्पनी को जुर्माना लगाकर उनसे स्वच्छ पेयजलापूर्ति की व्यवस्था करवाई जाए ।जिससे सरकार की प्रभावशाली छवि आम लोगों में बन सके ।

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