रोजाना24,ऊना 7 जुलाई : स्वयं सहायता समूहों के बनाए गए प्रमुख उत्पाद मुख्य डाकघर ऊना में बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। डाकघर में स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए एक स्थान प्रदान किया गया है। उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने बताया कि ऊना डाकघर में एनआरएलएम के तहत महिला शक्ति केंद्र खोला गया है जिसके तहत स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद बिक्री के लिए रखे गए हैं, ताकि महिला सशक्तिकरण को नया आयाम मिल सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए एक एमओयू किया गया है, जिसके तहत मुख्य डाकघर ऊना में स्वयं सहायता समूहों को अपने उत्पाद बेचने के लिए स्थान उपलब्ध हो गया है, जिससे वह अपनी आय में बढ़ौतरी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन निरंतर स्वयं सहायता समूहों की आय में बढ़ौतरी के लिए प्रयासरत है। इससे पहले बौल में भी एक आउटलेट खोला है, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। इसके उपरांत अब फूलों वाला कुआं व किन्नू में भी इसी प्रकार के बिक्री केंद्र जल्द से जल्द खोलने का प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन केंद्रों के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों को अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने में मदद मिलेगी।इस संबंध में ग्रामीण विकास, पंचायती राज, कृषि, मत्स्य तथा पशु पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रदेश में 40 हजार से अधिक स्वयं सहायता समूह कार्य कर रहे हैं, जो विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाने के कार्य से जुड़े हैं। लेकिन सबसे बड़ी चुनौती उन्हें बाजार उपलब्ध करवाना रहती है। ऐसे में प्रदेश सरकार ने हिमईरा के माध्यम से राज्य में विभिन्न स्थानों पर नेशनल हाईवे के किनारे 100 से अधिक आउटलेट खोलने का निर्णय लिया है, ताकि स्वयं सहायता समूहों को अपना सामान बेचने के लिए बाजार मिल सके। जिला ऊना ही नहीं, बल्कि अन्य जिलों में भी कई आउटलेट खोले गए हैं, जिसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं।