रोजाना24, चम्बा, 19 मार्च : भाकृअनुप-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय केन्द्र, पालमपुर द्वारा जनजातीय उप योजना के अन्तर्गत खणी एवं चोबिया पंचायतों, तहसील भरमौर, जिला चंबा हि.प्र. में कार्यक्रम आयोजित किए गये। जिसमें लगभग 195 किसानों/पशुपालकों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत खणी पंचायत के अति निर्धन नौ परिवारों को संकर प्रजाति के 9 बकरे, 36 बकरियाँ आबंटित की गईं जबकि चोबिया में ग्यारह परिवारों को 11 बकरे और 44 बकरियां पशु आहार एवं खनिज मिश्रण वितरित किए गए। खणी पंचायत में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपमंडलाधकारी भरमौर मनीष सोनी ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
डॉ.बीरवल सिंह, प्रधान वैज्ञानिक एवं जनजाति उपयोजना अध्यक्ष ने इस कार्यक्रम में उपस्थित खणी के सभी किसानों/पशुपालकों को जनजातीय उप-योजना की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य जनजातीय क्षेत्र के अति निर्धन परिवारों की आर्थिकी को सुदृढ़ करना है। उन्होंने इसी योजना के अन्तर्गत पूर्व में किये गए कार्यक्रमों के बारे में भी अवगत कराया। उन्होंने योजना के लिए चयनित परिवारों से अनुरोध किया कि बकरें/बकरियों की अच्छी देखभाल करें, ताकि आजिविका का साधन एवं आर्थिकी में सुधार हो सके। उन्होंने पशुपालकों से कहा कि वह पशुपालन से सम्बन्धित जानकारी एवं किसी भी समस्या के समाधान के लिए भाकृअनुप-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय केन्द्र, पालमपुर से संपर्क कर सकते हैं। श्याम सिंह ठाकुर, पंचायत प्रधान खणी ने केन्द्र के सभी वैज्ञानिकों/अधिकारियों/कर्मचारियों का स्वागत किया एवं संस्थान द्वारा चलाई जा रही जनजातीय उप-योजना की सराहना एवं उनके गांव को चयनित करने का धन्यवाद किया। उन्होंने संस्थान के सभी वैज्ञानिकों का पूरी ईमानदारी से जनजातीय उप-योजना को निर्धन परिवारों तक पहुचानें का विशेष धन्यवाद किया।
ग्राम पंचायत खणी के प्रधान श्याम सिंह ठाकुर ने केन्द्र के सभी वैज्ञानिकों/अधिकारियों/कर्मचारियों का स्वागत किया एवं संस्थान द्वारा चलाई जा रही जनजातीय उप-योजना की सराहना एवं उनके गांव को चयनित करने का धन्यवाद किया। उन्होंने संस्थान के सभी वैज्ञानिकों का पूरी ईमानदारी से जनजातीय उप-योजना को निर्धन परिवारों तक पहुचानें का विशेष धन्यवाद किया।
ग्राम पंचायत चोबिया में डॉ. उमा शंकर पति, वरिष्ठ वैज्ञानिक ने इस योजना के अन्तर्गत पशुपालकों में वितरित की जाने वाली दवाईयों की विस्तृत जानकारी दी तथा इनके उपयोग के बारे में भी बताया। डॉ. रिंकु शर्मा, वरिष्ठ वैज्ञानिक ने पशुओं में विभिन्न बीमारियाँ फैलने एवं रोग निदान की विस्तृत जानकारी किसानों को उपलब्ध करवाई। डॉ. गौरी जैरथ, ने पशु आहार संबंधी जानकारी दी। इस दौरान किसान गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पधारे किसानों और पशुपालकों की पशुपालन एवं कृषि सम्बंधित समस्याओं का विभिन्न विषय-विशेषज्ञों द्वारा समुचित समाधान किया गया। कार्यक्रम में डा. बीरबल सिंह, प्रधान वैज्ञानिक, डा. उमा शंकर पति, वरिष्ठ वैज्ञानिक, डा. रिंकु शर्मा वरिष्ठ वैज्ञानिक, डा. गौरी जैरथ, वैज्ञानिक, रोशन रणजीत सिंह वरिष्ठ तकनीकी सहायक, एवं अन्य अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने महत्तवपूर्ण योगदान दिया। उपरोक्त कार्यक्रम में उपस्थित सभी किसानों/पशुपालकों के पशु समस्या सम्बन्धित प्रश्नों का मौके पर ही निराकरण किया गया।
चयनित बीस अति निर्धन परिवारों को बकरे, बकरियाँ, पशु आहार एवं खनिज मिश्रण वितरित किया। इस कार्यक्रम में लाभान्वित परिवारों में तीन दिव्याँग व्यक्ति को भी इस उप-योजना का लाभ मिला। व्यक्ति द्वारा आजीविका हेतु अन्य किसी कार्य को करने में असमर्थता जताई। परन्तु उन्होंने हर्षोउल्लास के साथ इस योजना का स्वागत किया एवं भरोसा दिलाया कि इसकी सहायता से अपनी आजीविका को सुदृढ़ करेगा।