रोजाना24, ऊना, 5 मार्च : जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा आज मोहल्ला बैहली के आंगनबाड़ी केंद्र में विश्व श्रवण दिवस के उपलक्ष्य पर जिला स्तरीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ रमण कुमार शर्मा ने दी। शिविर में जिला स्वास्थ्य शिक्षक गोपाल कृष्ण ने बताया कि यह दिवस वर्ष 2007 से मनाया जा रहा है जिसका मुख्य उद्देश्य बहरापन तथा श्रवण हानि रोकने के लिए जागरूकता फैलाना है तथा आम जनसमुदाय में कानों से सम्बंधित हो रही विभिन्न बीमारियों एवं बधिरता के बारे में प्रचार प्रसार करना है। उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में लगभग 400 मिलियन लोग बहरेपन से पीड़ित हैं। इस दिवस की थीम हिअरिंग केयर फॉर आल – जाँच, पुनर्वास व संवाद है। उन्होंने बताया कि इस दिवस का उद्देश्य प्रारम्भिक अवस्था में ही बहरेपन के निदान और उपचार की सेवा पुनरूस्थापन कर सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देना हैै। उन्होंने बताया कि कानों के रोग की प्रारम्भिक अवस्था में ही निदान हेतु अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों में जाकर स्वास्थ्य लाभ लें और अपने आस-पास के लोगों को कानों के रोगों से सम्बन्धी जानकारी देकर जागरूक करें।उन्होंने बताया कि कान से खून, बदबू का आना गंभीर रोग के लक्षण होते हैं। कान में कोंई नुकीली वस्तु न डालें व बच्चों के कान पर बिल्कुल न मारें, कानों को तेज शोर से बचाएं और कानों में गन्दा पानी न जाने दें। उन्होंने बताया कि यदि किसी बच्चे का कक्षा में मन न लगे और ध्यान न दे तो हो सकता है कि उसे कम सुनाई देता है। कान में किसी तरह का तरल पदार्थ या तेल न डालें। इस अवसर पर बीसीसी समन्वयक कंचन माला ने बताया कि सभी तरह की आवजों को बेहतर तरीके से सुनने के लिए हमारे कानों का सही होना बेहद जरूरी है लेकिन कई बार किसी बीमारी या लापरवाही की वजह से लोग बहरेपन का शिकार हो जाते हैं। अगर शुरूआती अवस्था में ही इस समस्या को पहचान लिया जाये और उपचार किया जाये तो बहरेपन से बचा जा सकता है । इस अवसर पर पार्षद उर्मिला देवी, आशा वर्कर लता, खुशबू, मीना , आंगनबाडी कार्यकर्ता सुशीला, चंचला सहित स्थानीय लोग भी उपस्थित रहें।