रोजाना24, ऊना 24 फरवरी : सूचना एवं जन संपर्क विभाग के सांस्कृतिक दलों आरके कला मंच चिंतपूर्णी तथा पूर्वी कलामंच जलग्रां टब्बा के कलाकारों ने बताया कि प्रदेश में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए महत्वकांक्षी मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना आरंभ की गई है जिसके तहत हेल्थ फिटनेस सेंटर खोलने से लेकर होटल और रेस्तरां चलाने जैसे कार्य भी शामिल किए गए हैं। दलों ने यह जानकारी ग्राम पंचायतों कुठेड़ खैरला, कलरुही, पालकवाह व कुठारबीत में गीत-संगीत व नुक्कड़ नाटक के माध्यम से दी। उन्होंने बताया कि योजना के तहत 18 से 45 वर्ष तक के युवाओं को 60 लाख रूपये की परियोजना लागत पर 25 प्रतिशत का निवेश उपदान दिया जा रहा है, जबकि महिलाओं के लिए यह उपदान 30 प्रतिशत है। विधवाओं को यह उपदान 35 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि 40 लाख रूपये तक के ऋण पर तीन वर्ष के लिए 5 प्रतिशत उपदान की सुविधा भी दी जा रही है। योजना के तहत अब तक 936 इकाइयां स्थापित की गई हैं, जिससे 3218 लोगों को रोज़गार मिला। योजना के तहत 47.78 करोड़ रूपये की सब्सिडी प्रदान की जा चुकी है।
कलाकारों ने बताया कि जंगली जानवरों व आवारा पशुओं की समस्या से निपटने के लिए मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना वरदान सिद्ध हो रही है। योजना के अंतर्गत अब तक लगभग 3853 किसानों ने सोलर फैंसिंग व कांटेदार तार द्वारा बाड़बन्दी कर फसलो का संरक्षण किया है। योजना पर 104.12 करोड़ रूपये व्यय किए गए है। व्यक्तिगत सोलर बाड़बन्दी के लिए 80 प्रतिशत व किसान समूल आधारित बाड़बंदी के लिए 85 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। योजना में कांटेदार व चेन लिंक बाड़बन्दी भी शामिल की गई है, जिस पर 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है जबकि कम्पोजिट बाड़बन्दी पर 70 प्रतिशत सब्सिडी है।
इस दौरान कलाकारों ने हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, हिमकेयर, आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गारंटी योजना सहित अन्य योजनाओं की भी विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर स्थानीय ग्राम पंचायतों के प्रधान, उप प्रधान और अन्य पंचायत प्रतिनिधियों सहित अन्य उपस्थित रहे।