पाॅवर कट के लिए कौन जिम्मेदार ? सरकार पर भारी पड़ते यह लापरवाह ठेकेदार !

रोजाना24,चम्बाः  सरकार अपनी ओर से भले ही विकास कार्यों को तीव्रता से अंजाम देने का दावा ठोक रही हो लेकिन वास्तविकता यह भी है कि वर्षों पूर्व आबंटित कई कार्यों को ठेकेदारों ने आज तक पूरा नहीं किया है जिस कारण आम लोगों तक सरकार की योजनाओं का लाभ समय पर नहीं मिल पा रहा।सरकार ने लोगों की सुविधा के लिए स्कूल,स्वास्थ्य केंद्र भवनों,सड़कों,पुलों,स्वच्छ पेयजल व निर्बाध बिजली व्यवस्था के लिए करोड़ों रुपये के कार्य ठेकेदारों के माध्यम से करवाए जा रहे हैं लेकिन कुछ ठेकेदार ीन कार्यों को समय पर पूरा नहीं कर रहे हैं।

   आज का मामला विद्युत विभाग से जुड़ा हुआ है.गत वर्ष से पॉवर कट लगने के कारण क्षेत्र के लोग बहुत परेशान हैं जबकि  इसी दौरान क्षेत्र की कुछ विद्युत परियोजनाएं बिजली उत्पादित कर राज्य से बाहर भेजकर चांदी कूट रही हैं.जबकि पॉवर कट के कारण जहां पूरे भरमौर व मैहला विकास खंड में बिजली गुल रहती है वहीं लाहल स्थित एचपीपीटीसीएल कार्यालय व ट्रांसमिशन केंद्र पर बिजली निर्बाध रूप से रहती है।और हैरानी की बात यह है कि यह बिजली इन्हीं पॉवर प्रोजैक्टस से मिल रही है जिसे लाहल से पॉवर ग्रिड के माध्यम से राज्य के बाहर भेजा जा रहा है.

ऐसा भी नहीं है कि क्षेत्र में निर्बाध बिजली बहाली के लिए सरकार ने न सोचा हो, वर्ष 2014 में सरकार ने स्थानीय विद्युत परियोजनाओं से उत्पादित बिजली से भरमौर विस क्षेत्र के लोगों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से लाहल से दिनका नामक स्थान पर स्थित स्विचयार्ड तक विद्युत लाईन बिछाने की योजना तैयार कर इसका टैंडर भी कर दिया।ताकि लाहल से दिनका तक पहुंचने के बाद इस बिजली से पूरे क्षेत्र को लाभान्वित किया जा सके।उधर ठेकेदार ने भी दो तीन खम्भे खड़े कर काम कुछ वर्षों के लिए बंद कर दिया.जब लोगों का सरकार पर दवाब बढ़ता तो सरकार विभाग पर और विभाग ठेकेदार पर.इस प्रकार ठेकेदार थोड़ा सा कार्य और करता फिर कार्य बंद हो जाता.पिछले छ: वर्षों से इसी प्रकार से कार्य चल रहा है.

विभागीय सहायक अभियंता भरमौर विक्रम शर्मा से जब इस बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि उक्त ठेकेदार को विभाग की ओर से जल्द कार्य करने के लिए नोटिस भी दिए गए हैं.उन्हें कहा कि लाहल से दिनका तक की इस विद्युत लाईन के लिए सारा सामान भी पहुंच चुका है.उन्होंने कहा कि ठेकेदार को जल्द कार्य पूरा करने का नोटिस दिया गया है.

गौरतलब है कि पिछले छ: वर्षों से सरकार एक ठेकेदार से कार्य पूरा नहीं करवा रहा और विद्युत विभाग ठेकेदार के आगे नतमस्तक लाचार खड़ा दिख रहा है जो नोटिस देने से आगे कार्यवाही नहीं कर पा रहा।विभाग को ठेकेदार के आगे इस प्रकार लाचार होते देख लोगों के मन में कमजोर सरकार की छवि बन रही है।वर्षों से कार्य लम्बित रखने के कारण जानने के लिए सम्बन्धित ठेकेदार से भी सम्पर्क साधने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे सम्पर्क नहीं हो पाया।

विशेषज्ञों का कहना है कि यह कार्य वर्ष 2016 में भी पूरा करवा लिया गया होता तो लोगों को आज तक किसी भी प्रकार के पॉवर कट का सामना लोगों को न करना पड़ता।लाहल से दिनका स्विचयार्ड तक मात्र एक सप्ताह भर का कार्य बचा है.विद्युत विभाग अगर 33 केवी लाईन मुरम्मत में जुटे कामगारों को एक सप्ताह के लिए इसी लाईन को बहाल करने में लगा दे तो लोगों को पॉवर कट की समस्या से मुक्ति मिल जाएगी और विभाग हररोज 33 केवी लाईन की मुरम्मत भी कर सकता है।लेकिन न जाने कब तक सरकार ऐसे ठेकेेेदारों की कारगुजारियों पर पर्दा डालती रहेगी।