रोजाना24,पठानकोट ः आज की भागमभाग जिदंगी में इंसान कही न कहीं शारीरिक और मानसिक रूप से प्रभावित हो रहा है । शारीरिक कर्म इंद्रियों को सही ढंग से चलाने के लिए मानसिक खुशी का होना जरूरी है और यह रूहानी खुशी गुप्त दान से प्राप्त की जा सकती है ।यह विचार अदैत स्वरूप हीरा परम श्रद्धा धाम जुगियाल, पठानकोट के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी दिव्यानंद पुरी ने व्यक्त किए ।
उन्होंने जिज्ञासुओं को ज्ञान संदेश भेजते हुए कहां कि गुप्त दान से हमें आत्मीय सुख की अनुभूति प्राप्त होती है।और इससे हम परम पिता परमात्मा के साथ का अनुभव भी कर सकते हैं । इस प्राप्ती से हम निरोगी और खुश नुमा,निर्विघ्न जीवन जी सकते हैं ।उन्होंने अपने संदेश में कहा कि दान ऐसे करें कि एक हाथ से दें और दूसरे हाथ को पता न चले ।