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चिकन,मिठाई या फास्ट फूड को तलने के लिए बार बार वही तेल प्रयोग कर रहे हैं तो ‘रुको’

रोजाना24,ऊना ः आपने सड़क किनारे बने फास्ट फूड काॅरनर हों या रेस्तराँ,होटल या ढाबों पर कई बार देखा होगा कि खाद्य सामग्री तलने के लिए कड़ाही में एक बार डाले गए तेल में सारा दिन मांस,मिठाई,फास्ट फूड आदि तले जाते हैं। तेल को दो से अधिक बार उपयोग किए जाने से होने वाली स्वास्थ्य हानि से जागरूक लोग अक्सर इस बारे में रेस्तरां संचालकों से झगड़ते देखे जा सकते हैं। लेकिन ज्यादातर लोग इस विषय जागरूक नहीं हैं कि एक बार खाद्य सामग्री को तलने के लिए उपयोग हो चुके तेल को दोबारा उपयोग करना हानिकारक है।

लोगों को स्वास्थ्य के साथ हो रहे इस खिलवाड़ से बचाने के लिए सरकार ने रुको नामक महत्वपूर्ण योजना शुरू की है।होटलों, ढाबों व रेस्त्रां में बार-बार तेल को गर्म कर प्रयोग करने से इंसानी शरीर को होने वाले नुक्सान को देखते हुए प्रदेश सरकार ने बचे हुए तेल को खरीदने की योजना आरंभ कर दी है। इस योजना को ‘रुको’ नाम दिया गया है, जिसके तहत खाद्य एवं सुरक्षा विभाग बचे हुए तेल को 30 रुपए प्रति लीटर के भाव पर दुकानदारों से खरीदेगा और इसे बायो डीजल तैयार करने में इस्तेमाल किया जाएगा। अधिकतर होटलों, रेस्त्रां तथा मिठाई की दुकानों में एक ही तेल से बार-बार मिठाई बनाने व अन्य खाद्य वस्तुओं को तलने में इस्तेमाल किया जाता है। बार-बार गर्म करके तेल के इस्तेमाल से बनी खाद्य वस्तुओं के सेवन से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। इससे मोटापे की समस्या बढ़ रही है, जो कई बीमारियों का कारण बनता है। ऐसे में प्रदेश सरकार की ‘रुको’ योजना से इस्तेमाल तेल के बार-बार उपयोग पर भी रोक लगेगी। खाद्य एवं सुरक्षा विभाग ने प्रदेश में तीन कंपनियों को दुकानदारों से तेल की खरीद के लिए अधिकृत किया है। यह कंपनियां दो हफ्ते में एक बार तहसील स्तर पर बचे हुए तेल की खरीद करेंगी। इस संबंध में खाद्य एवं सुरक्षा विभाग ढाबा, होटल तथा रेस्त्रां संचालकों को जागरूक करेगा तथा उन्हें जला हुआ तेल विभाग को बेचने के लिए प्रोत्साहित करेगा।विभाग करेगा नियमित निरीक्षण इस योजना के संबंध में जानकारी देते हुए खाद्य एवं सुरक्षा विभाग ऊना के सहायक आयुक्त जगदीश धीमान ने कहा कि विभाग इस योजना को लागू करने के लिए दुकानदारों को जागरूक करने के साथ-साथ नियमित निरीक्षण भी करेगा। उन्होंने कहा कि सुरक्षा मानकों के मुताबिक तेल को दो से अधिक बार गर्म करना खतरनाक है। जब एक ही तेल को बार-बार गर्म किया जाता है तो उसमें फ्री रेडिकल्स का निर्माण हो जाता है, जो इंसानी शरीर में बीमारियों का कारण बन सकता है। यह फ्री रेडिकल्स कोशिकाओं को काफी नुकसान पहुंचाते हैं। यह दूसरे अणुओं से इलेक्ट्रॉन चुराने की कोशिश करते हैं, जिससे डीएनए और दूसरे अणुओं को नुकसान पहुंचता है। यह फ्री रेडिकल्स भोजन को ऊर्जा में बदलने की प्रक्रिया में उप-उत्पाद के रूप में निकलते हैं। इसके अलावा कुछ उस भोजन में होते हैं जो हम खाते हैं, कुछ उस हवा में तैरते रहते हैं जो हमारे आसपास मौजूद होती है। फ्री रेडिकल्स अलग-अलग आकार, माप और रासायनिक संगठन के होते हैं। फ्री रेडिकल्स कोशिकाओं को नष्ट करके हृदय रोगों, कैंसर और दूसरी बीमारियों की आशंका बढ़ा सकते हैं। जगदीश धीमान ने कहा कि जो दुकानदार अपना बचा हुए तेल बेचना चाहते हैं, वह विभाग के साथ संपर्क कर सकते हैं। किसी भी जानकारी के लिए उनके मोबाइल नंबर 94182-79275 पर संपर्क किया जा सकता है।

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