रोजाना24,ऊना ः कोविड संकट के बीच चिंतपूर्णी मंदिर को खोलने से पहले जिलाधीश ऊना तथा मंदिर आयुक्त संदीप कुमार ने तैयारियों का जायजा लिया तथा सभी हितधारकों के साथ बैठकें कर सहयोग मांगा। डीसी ने व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की तथा व्यापारियों के लिए बनाए गए एसओपी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। संदीप कुमार ने सभी व्यापारियों तथा होटल मालिकों को बताया कि चिंतपूर्णी मंदिर खुलने के बाद नियमों का पालन करें तथा कोरोना महामारी को फैलने से रोकने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने मंदिरों को खोलने का निर्णय लिया है तथा इस चुनौतीपूर्ण निर्णय को निभाने के लिए व लोगों को कोविड महामारी से बचाने के लिए सभी से सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने सभी दुकानदारों से निर्धारित सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए फर्श पर निशान बनाने की अपील की तथा कहा कि कोई भी दुकानदार दुकान से बाहर सामान बिक्री के लिए नहीं रखेगा।इसके बाद मंदिर आयुक्त संदीप कुमार ने पुजारियों व बारीदारों के साथ भी बैठक की तथा कहा कि मंदिर खुलने के बाद कोरोना वायरस से खुद को भी बचाएं व मां के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षित रखने का दायित्व भी निभाएं। उन्होंने कहा कि दिशा-निर्देशों के मुताबिक पुजारी श्रद्धालुओं को न तो प्रसाद वितरित करेंगे और न ही मौली बांधेंगे। उनके द्वारा किसी एक श्रद्धालु या श्रद्धालुओं के समूह के लिए पूजा अर्चना भी नहीं की जाएगी। कन्या पूजन और हवन आयोजन पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। डीसी ने मंदिर की व्यवस्था में तैनात अधिकारियों की बैठक भी ली तथा उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। जिलाधीश ने कहा कि आने वाले सभी श्रद्धालुओं से मंदिर परिसर में प्रवेश को लेकर बनाए गए प्रोटोकॉल की पालना कराएं तथा बिना पंजीकरण व चिकित्सीय परीक्षण के किसी भी श्रद्धालु को मंदिर में जाने की अनुमति न दी जाए। इस अवसर पर एसडीएम अंब मनीष यादव, डीएसपी मनोज जम्बाल, मंदिर अधिकारी ओम प्रकाश लखनपाल, बीडीओ अभिषेक मित्तल, बीएमओ राजीव गर्ग, पुजारी बारीदार सभा के प्रधान रविंद्र शिंदा, पूर्व मंदिर ट्रस्टी निरंजन कालिया, व्यापार मंडल प्रधान वासुदेव, एसोसिएट प्रधान कुंदन गर्ग, पुजारी विनोद कालिया व तिलक राज कालिया सहित अन्य उपस्थित रहे।