रोजाना24,चम्बाः भरमौर उपमंडल में इस वर्ष सूखे के कारण न तो आनाज व न ही नकदी सेब की पैदावार हो पाई है.जिस कारण इस भूभाग के लोग काफी परेशान हैं.जैसा कि आपको विदित है कि वस्तु विषय विशेषज्ञ कृषि विभाग भरमौर पहले ही बता चुके हैं कि वर्षा न होने के कारण भरमौर क्षेत्र में 70 फीसद फसल नष्ट हो चुकी है।जिस कारण किसानों बागवानों का मनोबल गिरा है।
लेकिन इस बीच क्षेत्र के एक गैर सरकारी संगठन शिवभूमि सेवा दल ने इस सूखे के बीच जीरो बजट खेती कर ढेरों सब्जी उगा बाजार में उतार दी है.भरमौर मुख्यलय के भरमाणी माता मंदिर के पास करीब पांच बीघा भूमि लीज पर लेकर इस संगठन ने फ्रा़सबीन,मटर,गोभी,आलू आदि सब्जियां उत्पादित की हैं.मात्र चार माह में उनकी फसल तैयार हो गई है.कमेटी अध्यक्ष संजीव कुमार उपाध्यक्ष बलि राम ने कहा कि संगठन के प्रतिनिधियों व कार्यकर्ताओं वर्षों से खाली पड़ी भूमि पर कड़ी मेहनत कर इसे कृषि योग्य बनाया है.जिस में सब्जियां उगाई गई हैं.उन्होंने कहा कि संगठन ने कैमिकल युक्त खाद व कीटनाशकों के उपयोग की परम्परा को खत्म करने के उद्देश्य से प्रकृतिक खेती को महत्व दिया.जिसमें सरकारी विभाग के अधिकारी भी समय समय पर परामर्श देते रहे.जिस कारण उनकी मेहनत रंग लाई है और सब्जी का बेहतरीन उत्पादन हुआ है.उन्होंने कहा कि संगठन ने सब्जियों को बाजार में बेचना शुरू कर दिया है.
संगठन की मेहनत से हुई बेहरीन पैदावार से स्थानीय किसानों की आंखें भी खुल गई हैं.अब वे भी इस प्रकार की खेती कर आय अर्जित करना चाहते हैं.स्थानीय किसानों कुलदीप, पवन ,राजेश की माने तो वे भी इस प्रकार की खेती करने के इच्छुक हैं लेकिन उनकी भूमि को सिंचाई योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा।सरकार अगर इन किसानों बागवानों को उचित सिंचाई व्यवस्था आधुनिक कृषि तकनीक से जागरूक करती है तो किसान बागवान आत्मनिर्भर ही नहीं अपितु अन्य लोगों के लिए भी खाद्यान उत्पन कर सकते हैं।