रोजाना24,चम्बाः हजारों लोग अपनी समस्याएं लेकर सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटते हैं। कभी अधिकारी नहीं,कभी बाबू इस बात से अक्सर लोगों का सामना होता रहता है।एसे में मीलों दूर से सरकारी कार्यालयों में कार्य के लिए पहुंचे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। सभी विभागों में ऐसा ही होता है ऐसा भी नहीं है,आज हम आपको ऐसे विभाग के बारे में जानकारी दे रहे हैं जिसके अधिकारी केवल कार्यालय में ही नहीं बल्कि ऑफिस के बाद भी लोगों के कार्य के लिए उपलब्ध रहते हैं।
जनजातीय क्षेत्र भरमौर में उद्यान विभाग ने बागवानों किसानों को घर बैठे आवश्यक परामर्श उपलब्ध करवाने का अभियान चला रखा है.डेढ वर्ष पूर्व स्थानीय बागवान मोहिंद्र पटियाल ने व्हाट्सएप्प पर भरमौर किसान बागवान नाम से ग्रुप बनाया व कुछ बागवानों को जोड़कर उनकी समस्याओं पर चर्चा शुरु की.लेकिन ग्रुप में महत्वपूर्ण बिंदुओं पर उठते प्रश्नों के समाधान के लिए ग्रुप में विभागीय अधिकारियों को भी जोड़ा गया ताकि बागवानों किसानों को व्हाट्सएप्प पर ही समस्या का समाधान मिल सके.जिसके लिए ग्रुप में उद्यान विभाग के वस्तु विशेषज्ञ डाॅ. एसएस चंदेल को जोड़ा गया।
अब ग्रुप में शामिल बागवान किसान बागवानी व कृषि सम्बंधी जानकारी इस ग्रुप में प्रेषित करते हैं तो कुछ ही क्षण में विभागीय अधिकारियों द्वारा उसके निवारण का जबाव दे दिया जाता है.ग्रुप के सदस्यों ने कहा कि इस उन्हें घर बैठे तत्काल पोधों की बीमारी,दवाई छिड़काव विधि,समय सारिणी,सरकार द्वारा चलाई योजनाओं सहित बागवानी से सम्बंधित अन्य समस्याओं का समाधान मिल रहा है जिससे समय और धन की तो बचत हो रही है वहीं कोरोना के दौरान कार्यालयों में भी नहीं जाना पड़ रहा है.
इस संदर्भ में उद्यान विभाग भरमौर क विषय वस्तु विशेषज्ञ एस एस चंदेल ने कहा कि जब तकनीक घर बैठे लोगों को सुविधा पहुंचा सकती है तो इसका उपयोग किया जाना चाहिए.उन्होंने कहा कि इस ग्रुप में हर रोज बागवान किसान अपनी समस्याओं के समाधान पूछते रहते हैं.जिन्हें वे स्वयं उचित मार्गदर्शन देते हैं.उन्होंने कहा कि ग्रुप में केवल भरमौर ही नहीं बल्कि प्रदेश के विभिन्न भागों से लोग बागवानी व कृषि से सम्बन्धि जानकारी पूछते हैं.
इस ग्रुप की बढ़ती लोकप्रियता के बाद लोगों ने हर विभाग के ऐसे ही व्हाट्स एप्प ग्रुप बनाने की मांग की है ताकि उन विभागों से जुड़ी समस्याओं का तत्काल समाधान मिल सके व लोगों को कोरोना संक्रमण से बचने में भी सहायता मिल सके.