रोजाना24,ऊनाः प्रदेश के जलाशयों में मछली के बीज डालने की योजना का ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, कृषि, मत्स्य व पशुपालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने आज विधिवित शुभारंभ किया। इस दौरान कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के अंदरौली में गोबिंदसागर झील में लगभग 17 लाख रूपये लागत का सिल्वर कार्प मछली का 6 लाख 64 हजार 118 बीज डालकर इस योजना का आगाज किया गया। उन्होंने बताया कि इसके तहत चमेरा डैम, पौंगडैम, रंजीत सागर सहित प्रदेश के अन्य जलाशयों में भी मछली का बीज डाला जाएगा।इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के जलाशयों में इस बार एक करोड़ पांच लाख रूपये लागत के मछली बीज डालने की योजना बनाई गई जिसे आज जिला ऊना से शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मछुआरों की आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए सरकार द्वारा विशेष प्रयास किए जा रहे हैं और साथ ही मछुआरों की समस्यों के निदान के लिए केन्द्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना आरंभ की गई है। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा घोषित आर्थिक पैकेज में मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में 20 हजार करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है।वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि मत्स्य विभाग द्वारा प्रदेश में लगभग 15 हजार मीट्रिक टन मछली का उत्पादन किया जाता है। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में 58 मत्स्य सहकारी सभाएं हैं जिनमें से गोबिंदसागर झील के माध्यम से 34 सहकारी सभाओं द्वारा मछली पकड़ने का कार्य किया जा रहा है जिससे लगभग 2500 परिवारों को स्वरोजगार प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि सिल्वर कार्प मछली के बीज का आकार 70 एमएम से अधिक होता है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा मछली की अन्य किस्मों जैसे कतला, रोहू, मृगल का बीज भी डाला जाएगा। इस मौके पर रमेश चंद, जगमोहन, गुरबख्श, बाबा कमल, चरण दास, अमित कुमार, विजय सहित अन्यों ने नई ग्राम पंचायत बल्ह खालसा के गठन के लिए ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर का आभार भी व्यक्त किया।इस अवसर पर मंडल महामंत्री कैप्टन प्रीतम डढवाल, रायपुर के उपप्रधान, गौसेवा बोर्ड के सदस्य कृष्ण पाल शर्मा, मत्स्य विभाग के निदेशक सतपाल मेहता, सहायक निदेशक श्याम लाल शर्मा व उपनिदेशक महेश कुमार, पशुपालन विभाग के उपनिदेशक जय सिंह सेन, परियोजना अधिकारी डीआरडीए संजीव ठाकुर सहित अन्य उपस्थित रहे।-000-