रोजाना24,चम्बाः धार्मिक आस्था के प्रतीक विश्व प्रसिद्ध मणिमहेश कैलाश यात्रा के दौरान राधाष्टमी स्नान के लिए शिव उपासकों ने छड़ियां उठाकर मणिमहेश की ओर प्रस्थान शुरू कर दिया है.
इस वर्ष गर्म न्हौण होने के कारण राधाष्टमी पर्व 25 अगस्त 2020 से ही शुरू हो रहा है।क्षेत्र के प्रसिद्ध ज्योतिष पं. ईश्वर दत्त शर्मा बताते हैं कि सम्वत 2077 भाद्रपद मास को राधाष्टमी पर्व 25 अगस्त को दोपहर 12ः04 बजे से शुरु हो रहा है जो कि 26 अगस्त सुबह 10ः28 बजे तक ही रहेगा।उन्होंने कहा कि शास्त्रानुसार राधाष्टमी व्रत मध्यकाल में करने का विधान है और यह समय 25 अगस्त तक का ही है।इस अवधि में स्नान,व्रत व पूजा विशेष फलदायी हैं।
इस राधाष्टमी स्नान के लिए गत दिवस चम्बा से दशनामी अखाड़ा की छड़ी 11 उपासकों के साथ भरमौर की ओर रवाना हो चुकी है तो आज जम्मू कश्मीर के भद्रवाह,देस्सा,बलास्सू से बारह चेलों का जत्था चम्बा जिला की सीमा में प्रवेश कर गया है.डोडा जिला के यह श्रद्धालु कल 21 अगस्त को भरमौर पहुंचेंगे.इस दल की अगुआई कर रहे मणिमहेश ट्रस्ट के सचिव जगदीश चंद्र ने कहा कि उनके दल में 7 देव छड़ियां हैं व दल में बारह लोग शामिल हैं. उन्होंने कहा कि चम्बा जिला प्रशासन ने 20 से 26 अगस्त के बीच यात्रा करने की अनुमति मांगी थी.जिस पर उनके दल के 12 लोगों को ही यातेरा की अनुमति मिली है। उन्होंने कहा कि कल 21 अगस्त को वे भरमौर मुख्यालय पहुंचेंगे जहां से भरमाणी मंदिर में पूजा के बाद वे मणिमहेश के लिए रवाना होंगे.गौरतलब है कि इस वर्ष कोविड-19 महामारी के कारण मणिमहेश यात्रा को सामान्य श्रद्धालुओँ के लिए प्रतिबंधित रखा गया है.मणिमहेश में विशेष अवसरों के स्नान के लिए केवल देव छड़़ी उठाने वालों को व कुछ शिव चेलों को यात्रा की अनुमति प्रदान की जा रही है.उपमंडलाधिकारी मनीष सोनी ने कहा कि भरमौर प्रशासन ने अब तक दशनामी अखाड़ा चम्बा के 11,कुगति से कार्तिक छड़ी के साथ 4,सचूईँ के पंद्रह शिव चेलों को राधाष्टमी स्नान के दौरान यात्रा की अनुमति प्रदान की है.उन्होंने कहा कि इसके अलावा न को किसी स्थानीय व न ही कि अन्य जिला व राज्य के लोगों को मणिमहेश यात्रा की अनुमति है.अगर कोई प्रशासन की आँख में धूल झोंककर यात्रा पर जाते पकड़ा जाता है तो उसके विरु्द्ध कानूनी कार्यवाही की जाएगी