रोजाना 24,भदरवाह : धार्मिक आस्था की प्रतीक मणिमहेश यात्रा का पहला पवित्र स्नान 12 अगस्त 2020 को होने वाले जन्माष्टमी पर्व को है.हर वर्ष इस धाम पर पहुंच कर देश विदेश के लाखों शिव अनुुुुयायी मणिमहेश झील मेंं स्नान कर सामने कैलाश पर्वत मेें शिव दर्शन करतेे हैंं.
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र भरमौर मेें स्थित मणिमहेश धाम की यात्रा पर लाखों लोग पहुंचते हैं लेकिन इस वर्ष कोरोना संकट के कारण यात्रा पर रोक लगा दी गई है.चम्बा जिला प्रशासन ने इस बारे में केवल कुछ विशेष अवसरों पर विशेष लोगों को ही मणिमहेश यात्रा पर जाने की अनुमति देने का फैसला लिया है.जिसमें केवल भरमौर के शिव चलों व कुछ पुजारियों को यात्रा की अनुमति दे रखी है लेकिन यात्रा का महत्वपूर्ण हिस्सा वे शिव भक्त भी हैं जो जम्मू कश्मीर के भदरवाह क्षेत्र से पैदल नंगे पांव यात्रा करके पहुंचते हैं.इस राज्य के बहुत कम श्रद्धालुओं को चम्बा जिला प्रशासन ने यात्रा की अनुमति दी है.
12 अगस्त को होने वाले पहले न्हौण के लिए भदरवाह के मंथला व चैंता गांव के शिव चले आज शिव प्रतीकों के साथ मणिमहेश यात्रा पर निकल पड़े हैं .चम्बा जिला के लंगेरा से होकर आज शाम यह श्रद्धालु निजि वाहनों से भरमौर मुख्यालय पहुंचेंगे.यात्रा में शामिल राजेंद्र प्रसाद,गणेश कुमार,अमरेश कुमार,रमेश कुमार,राजेश रैणा,संजीव शर्मा, मनोज कुमार,लोकेश कुमार,ऋषि कुमार ने कहा कि कोविड-19 टैस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बाद प्रशासन ने एक वाहन में केवल तीन यात्रियों को यात्रा की अनुमति दी है.
गौरतलब है कि इस वर्ष न तो मणिमहेश यात्रा व न ही स्थानीय मेलों के न होने के कारण अस्थाई दुकाने भी नहीं स्थापित की गई हैं.जिस कारण मुख्यालय में कोई चहल पहल भी नहीं है.