रोजाना 24,चम्बा : भरमौर में प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आती दिख रही है.राज्य के बाहर से आने वाले यहां स्थानीय लोगों के सम्पर्क में रह कर कार्य कर रहे हैं.क्षेत्र में एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद लोगों ने स्थानीय लोगों ने प्रशासन को इसके लिए जिम्मेेेेदार ठहराया है.बताया जा रहा है कि सप्ताह भर से शेयरिंग वाले कमरे में रह रहा था उक्त व्यक्ति.
गत दिवस भरमौर उपमंडल से कोरोना टैस्ट के लिए भेजे गए 13 सैम्पल में से एक नमूना पॉजिटिव पाया गया है.
उक्त पॉजिटिव व्यक्ति लाहल में निर्माणाधीन 33 केवी विद्युत स्टेशन में एल एंड टी कम्पनी में इलेक्ट्रिक इंजीनियर के तौर पर कार्य कर रहा है.गत 21 जुलाई को यह राजस्थान के कोटा से ट्रेन से अमृतसर व अमृतसर से टैक्सी के माध्यम से 22 जुलाई को भरमौर पहुंचा था.जहां इसे होम क्वार्टाईन किया गया था.
लेकिन स्थानीय लोगों कि माने तो उक्त व्यक्ति लाहल के पास छ: से सात अन्य लोगों के साथ एक भवन में रह रहा था.और यह सब लोग लाहल स्थित कार्य स्थल पर अन्य लोगों के साथ काम करते व बाजार में भी सामान खरीदने जाते रहे हैं.उक्त मामला साफ होमक्वारंटाईन जम्प करने का दिख रहा है.
इस बारे में एचपीपीटीसीएल के सहायक अभियंता कल्याण चौहान का कहना है कि उक्त भवन में सब कर्मचारी अलग अलग रह रहे हैं व संक्रिमत व्यक्ति को अलग से भोजन दिया जा रहा था.
हालात को देखते हुए माना जा रहा है कि होमक्वारंटाईन नियमों को कड़ाई से पालन करवाने में प्रशासन नाकाम रहा है.लोगों का कहना है कि केवल यहीं नहीं भरमौर मुख्यालय, कुठेड़ जल विद्युत परियोजना आदि में भी दर्जनों लोग अन्य राज्यों से काम करने पहुंच रहे हैं जिन्हें न तो होमक्वारंटाइन किया जा रहा व न ही उन्हें नियमों की पालना के लिए बाधित किया जा रहा.
उपमंडलाधिकारी भरमौर मनीष सोनी ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि उक्त व्यक्ति राजस्थान से आया है वह उसे होमक्वारंटाइन किया गया था.उन्होंने कहा कि उक्त व्यक्ति होमक्वारंटाइन के नियमों की कितनी पालना कर रहा था इसकी जांच के लिए पुलिस को निर्देश दिए गए हैं.उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले सब लोगों को नियमों के अनुरूप ही क्वारंटाइन किया जा रहा है.
गौरतलब है कि भरमौर क्षेत्र में इन दिनों सैकड़ों लोग विभिन्न विद्युत परियोजनाओं व भवनों के निर्माण कार्य के लिए अन्य प्रदेशों से पहुंचे हुए हैं.यह कामगार अक्सर बिना मास्क के बाजार में घूमते दिखाई देते हैं.व कार्य स्थल पर भी इन्हें स्थानीय लोगों के साथ मिलाकर कार्य करवाया जा रहा है जिससे किसी संक्रमित व्यक्ति से स्थानीय व्यक्ति के माध्यम से पूरे समाज में संक्रमण फैलने सी सम्भावना हो सकती है.कई माह से लोग इस बारे में भरमौर प्रशासन को कार्यवाही करने की मांग कर रहे हैं लेकिन प्रशासन ने इस बारे में कोई सक्रियता नहीं दिखाई है. ताजा घटना इसका उदाहरण है. समाज में रह रहे किसी व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव निकलने की घटना से लोगों में भय फैलना सम्भव है लेकिन इसकी जिम्मेदारी भी तो प्रशासन की ही है.