रोजाना24,चम्बा : गत दिवस चम्बा जिला की होली घाटी के मझारन गांन निवासी पंजाबा राम पर भालू न हमला कर उसे गम्भीर रूप से घायल कर दिया था.क्षेत्रीय अस्पताल चम्बा में उपचार के दौरान पंजाबा राम की आज सुबह मृत्यु हो गई.पंजाबी राम सी मृत्यु पर वन मंडल भरमौर के अधिकारी कर्मचारियों ने दु:ख प्रकट किया है.
उधर आज सुबह होली घाटी के सुटकर गांव के मदन लाल पर उस वक्त हमला कर उसे घायल कर दिया जब वह गांव के पास ही स्थित जंगल में बकरियां चरा रहा था.मुठभेड़ में मदन हल्की चोटें लेकर जान बचाने में कामयाब रहा.
वन मंडल अधिकारी सन्नी वर्मा ने कहा कि विद्युत परियोजनाओं के निर्माण के कारण भालुओं के प्रकृतिक आवास छिन गए हैं जिस कारण वे गांव के आसपास के जंगलों में शरण लिए हुए हैं.उन्होंने कहा कि लोगों को भालुओं की। सक्रियता वाले स्थानों से गुजरते हुए जोर जोर बातें करते हुए गुजरना चाहिए ताकि भालू अपना रास्ता बदल सकें.भालू सामान्य परिस्थिति में इनसानों से टकराने से बचने या प्रयास करते हैं,लेकिन मादा भालू अपने बच्चों कि सुरक्षा को लेकर काफी संवेदनशल होती है ऐसे में उनके क्षेत्र से में कार्य करने के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है.
उन्होंने कहा कि विभागीय टीमें वनों के आसपास स्थित गांवों में भालू इनसान के बीच हो रहे इस संघर्ष को कम करने के लिए जागरूकता अभियान चला रहा है.इसलिए लोगों को इस जानकारी को गम्भीरता से लेना होगा.
उन्होंने कहा कि राहत राशि मृतक के जीवन का मुल्य कभी नहीं हो सकता लेकिन यह मृतक के परिजनों को मुश्किल वक्त सहायता प्रदान कर सकती है.उन्होंने कहा कि गत दिवस भालू से हुई मुठभेड़ में मृतक पंजाबा राम के परिजनों को वन विभाग कि ओर से 10 हजार रुपये की फौरी राहत दे दी गई है जबकि उनपर आश्रित परिवार को 4 लाख रुपये की राहत राशि शीध्र प्रदान की जाएगी.
गौरतलब है कि भरमौर क्षेत्र में आए दिन भालू व इनसानों के बीच मुठभेड़ की घटनाओं की संख्या में बढौतरी हो रही है.जिस कारण लोग वन विभाग से भालुओं को रिहायशी क्षेत्रों से भालुओं को हटाने कि मांग कर रहे हैं.