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नंदी के सामने पर्दा,शिव सम्मुख कबाड़,पर्यटकों का स्वागत ऐसे तो न करो सरकार !

रोजाना24,चम्बा : भरमौर के चौरासी मंदिर परिसर स्थित कुछ मुख्य मंदिरों के द्वार पर प्रशासन ने पुराने साईन बोर्ड व रेलिंग की रॉड लगाकर कर रास्ता बंद कर दिया.जिस कारण मंदिर में आरती व पूजा करने के लिए पुजारियों का रास्ता बंद हो गया वहीं मंदिरों के सौंदर्य को भी विकृत किया गया है.प्रसिद्ध शिव मंदिर सीढ़ियों पर पुराने साईन बोर्ड को आड़े टेढ़े कर लगाकर व गणेश मंदिर के द्वार पर लोहे की छड़ें लगाकर रास्ता बंद किया गया है.वहीं नरसिंह भगवान,नंदी लखना माता मंदिर के द्वार पर पर्दे लगा दिए गए हैं.

आज दोपहर से पूर्व लगाए गए इन भद्दे से दिखने वाले बैरिकेड को देखकर पुजारी व स्थानीय लोग दबी जुबान में प्रशासन की इस कार्यवाही को गलत ठहराते हुए कोसते दिखे लेकिन किसी कार्यवाही के डर से वे सार्वजनिक रूप से कुछ नहीं कह वा रहे थे जबकि नई पीढ़ी के युवा पुजारी अभिषेक शर्मा व अधिवक्ता कर्ण शर्मा ने इसका खुलकर विरोध जताया.उन्होंने कहा कि मार्च माह में जब लॉक डाउन हुआ था उस वक्त भी मंदिरों में लोगों के आने की मनाही थी तब प्रशासन ने मंदिरों के द्वारों पर ऐसी छेड़खानी नहीं कि थी.लेकिन आज जब सरकार अनलॉक कि प्रक्रिया से गुजर रही है तो प्रशासन ऐसे में तर्कहीन फैसले ले रहा है.उन्होंने कहा कि वे स्वयं लोगों को मंदिरों न आने की अपील कर रहे हैं.उन्होंने कहा कि प्रशासन को लगता है कि लोगों के कारण मंदिरों में भीड़ एकत्रित हो रही है तो वह पुलिस बल तैनात कर व्यवस्था को बहाल कर सकता है लेकिन प्रशासन ने ऐसा न कर पुजारियों के रास्ते बंद कर मंदिर में पूजा करने से रोकने सा कार्य किया है जिसका हम विरोध करते हैं.उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि वे मंदर मार्ग में लगाए इस सामान को जल्द हटा ले.

गौरतलब है कि सरकार ने पर्यटकों को लुभाने के लिए प्रदेश के द्वार खोल दिए हैं.वहीं भरमौर के चौरासी मंदिर के सौंदर्यीकरण के प्रयास भी किए जा रहे हैं ऐसे में चौरासी मंदिरों के सम्मुख इस प्रकार की सामग्री रखकर रास्ता रोकना तर्कहीन लग रहा है.

इस बारे में अतिरिक्त जिला दंडाधिकरी ने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है.उन्होंने कहा कि वे उपमंडल अधिकारी कोे इस बारे में नियमानुसार ही कार्यवाही करने को निर्देशित करेंगे.

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