रोजाना24,ऊना : जिला ऊना में ग्लेज पॉटरी का जल्द ही प्रशिक्षण मिलना आरंभ हो जाएगा। इस संबंध में आज ट्रायल कक्षा का आयोजन बौल स्थित कार्यशाला में किया गया, जिसमें प्रशिक्षक तथा महिला प्रशिक्षु शामिल हुए। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त ऊना अरिंदम चौधरी भी उपस्थित रहे।एडीसी ने बताया कि ग्लेज पॉटरी ग्रामीण विकास विभाग के एनआरएलएम में एक विशेष परियोजना है। जिसके तहत प्रशिक्षुओं को मिट्टी के ऐसे चमकदार बर्तन बनाना सिखाए जाएंगे, जो महंगे भी होते हैं और बाजार में भी इनकी अच्छी मांग होती है। ग्लेज पॉटरी का प्रशिक्षण तीन माह का होगा तथा प्रशिक्षण प्रदान करने के बाद युवा अपने लिए स्वरोजगार के अवसर प्राप्त कर सकेंगे। अरिंदम चौधरी ने कहा कि ग्लेस पॉटरी परियोजना के लिए 10 लाख रुपए का बजट प्राप्त हुआ है, जिससे स्वचालित चक्कियां (पॉटर व्हील) तथा बर्तनों को पकाने के लिए इलेक्ट्रिक भट्टी खरीदी गई है। उन्होंने कहा कि फिलहाल क्ले बाहर से मंगवाई जा रही है लेकिन ऊना में भी इसे स्थानीय स्तर पर तैयार करने का प्रस्ताव है, इसके लिए मिट्टी का परीक्षण किया जाएगा। अरिंदम चौधरी ने कहा कि जल्द ही बौल कार्यशाला का विधिवत शुभारंभ किया जाएगा, ताकि यहां पर प्रशिक्षुओं को ग्लेज पॉटरी का प्रशिक्षण प्रदान किया जा सके। साथ ही उत्पाद को बेचने के लिए इसे बाजार के साथ भी जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्लेज पॉट्री को सीखने के लिए जिला ऊना के युवाओं में काफी उत्साह है तथा काफी आवेदन प्राप्त हो रहे हैं।उन्होंने कहा कि ग्लेज पॉट्री के लिए प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए बीडीओ कार्यालय या फिर जिला ग्रामीण विकास अभिकरण (डीआरडीए) ऊना के कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है। इसके बाद इसी कार्यालय से सूचना प्राप्त होगी कि कब प्रशिक्षण के लिए आ सकते हैं।